अफगानिस्तान के छात्रों की प्रधानमंत्री मोदी से सुरक्षा की गुहार, परिवार के लिए भारत के वीजा की अपील

हिमा अग्रवाल
गुरुवार, 19 अगस्त 2021 (23:04 IST)
मेरठ। तालिबान ने जब से अफगानिस्तान को अपने कब्‍जे में लिया है, तब से वहां के लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। अफगानिस्तान से जुड़े नुमाइंदे हर हाल में देश छोड़ना चाहते हैं, वहीं जो अफगानी दूसरे देशों में नौकरी या पढ़ाई कर रहे हैं, वह तालिबानियों की क्रूरता के चलते किसी भी कीमत में अपने देश नहीं जाना चाहते हैं।

मेरठ में सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे पांच छात्रों ने अपनी गुहार भारत के प्रधानमंत्री मोदी से लगाते हुए कहा है कि उनके परिवार को भारत का वीजा मिल जाए, ताकि वह सुरक्षित भारत आ सकें।

ये पांचों छात्र एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से एमएससी कर रहे हैं और तालिबान के कब्जे में अफगानिस्तान के आ जाने से बेहद दुखी हैं। साथ ही इन्हें अपने परिजनों की चिंता भी सता रही है। इन अफगानी छात्रों को अच्छी तरह हिंदी नहीं आती, वे टूटी-फूटी हिंदी बोलते हुए अपने दर्द को बयां कर रहे हैं। इन छात्रों ने जब अपने परिवार से फोन पर बातचीत की तो परिवार ने आपबीती सुनाई। जिसके बाद से इन छात्रों की चिंता परिवार के प्रति और बढ़ गई है।

मेरठ में पढ़ाई करने वाले कुंदुज शहर के निवासी टीवी बाजोरी, एत्तेहाद, बल्ख शहर के नजीब उल्ला खां और समनगान शहर के खेयरुद्दीन का कहना है कि फोन पर मां से बातचीत हुई थी और उन्होंने अभी वहां के हालात खराब बताए हैं और भारत में ही रहने की सलाह दी है।

यही सलाह सभी छात्रों के परिजनों ने अपने बच्चों को दी है। परिवार कहता है कि तालिबानियों ने चारों तरफ कब्जा कर लिया है, बाजार बंद हैं, जिसके चलते संपूर्ण अफगानिस्तान भयभीत है, पता नही जीवित रहेंगे या नहीं। जिसके बाद मेरठ में रह रहे अफगानी छात्रों के दिलों की धड़कन बढ़ गई और वे डरे और सहमे नजर आ रहे हैं।
ALSO READ: तालिबान के कब्जे के बाद हजारों अफगान नागरिक देश छोड़ रहे, पाकिस्तानी मानव तस्करों की चांदी
इन छात्रों का कहना है की तालिबान के कब्जे में अफगानिस्तान आ चुका है, परिवार परेशान है और यहां पर हमारे पास पैसे खत्म हो गए हैं। वहां बाजार बंद हैं, परिवार के पास आय का साधन नहीं है, ऐसे में वो हमारी मदद कैसे करेंगे। छात्रों के परिजनों ने फोन पर यह भी बताया कि उनके सामने रोजी और रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वहीं क्रूर आठ-दस तालिबानी घर में घुस आते हैं और रोटी बनाने का दबाव बनाते हैं।
ALSO READ: तालिबान के समर्थन पर मुनव्वर राणा पर भड़के भाजपा विधायक, अफगानिस्तान भेजने की दी सलाह
अफगानी छात्रों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उनको सहयोग देते हुए मदद करें, दो महीने से उनको स्कालरशिप नहीं मिली है, जल्दी ही स्कालरशिप दें, ताकि उनका खर्च चल सके। वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि दो महीने बाद उनकी पढ़ाई खत्म हो जाएगी, ऐसी स्थिति में वे अपने वतन वापस नहीं जाना चाहते, इसलिए सरकार उनकी सुरक्षा की व्यवस्था भारत में करे।

फिलहाल मेरठ के कृषि विश्वविद्यालय ने अफगानी छात्रों को सुरक्षा देने का जिम्मा उठाया है। कृषि विवि के कुलपति डॉ. आरके मित्तल के अनुसार विवि में अफगानिस्तान के जो छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें यहां पर किसी तरह की समस्या नहीं होने देंगे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश, कुछ जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद, चक्रवात तूफान की आशंका, NDRF तैनात

कर्नाटक मंत्रिमंडल में होगा फेरबदल, डिप्टी सीएम शिवकुमार ने दिया संकेत

पाकिस्तान में गृह युद्ध जैसे हालात, सेना से भिड़े इमरान खान के समर्थक, 6 की मौत, 100 से अधिक घायल

कांग्रेस का केंद्र सरकार पर अल्पसंख्यकों को दोयम दर्जे के नागरिक बनाने की साजिश का आरोप

Sambhal Violence: संभल हिंसा, SP नेता का आरोप- बरामद हथियारों से गोली चलाती है UP पुलिस

अगला लेख
More