लाभ मंडपम में भक्ति पदों में भीगी 'अभय स्मृति', प्रथम पुण्यतिथि पर अभयजी को किया याद
वृत्तचित्र में शख्सियतों ने ताजा की स्मृतियां
इंदौर के अभय प्रशाल के लाभ मंडपम में शनिवार, 23 मार्च को नईदुनिया के प्रधान संपादक श्री अभय छजलानी की पुण्यतिथि के अवसर पर 'अभय स्मृति' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजन में अभयजी के संपूर्ण जीवन को दर्ज करने वाले वृत्तचित्र के प्रदर्शन के साथ ही भक्ति पदों की प्रस्तुति दी गई।
अभयजी की स्मृति में आयोजित इस बहुत सारगर्भित आयोजन में परिवार के श्री विनय छजलानी, श्रीमती सुनीता छजलानी, श्री अभिषेक छजलानी, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग, कुशाभाऊ पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. मानसिंह परमार उपस्थित थे। इंदौर के साथ ही प्रदेश के दूसरे शहरों से भी कई शख्सियतों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
ये सभागार अभयजी की जीवटता का प्रतीक है : नईदुनिया के पूर्व संपादक जयदीप कर्णिक ने आयोजन की रूपरेखा के बारे में बताते हुए कहा कि अभय छजलानी एक प्रख्यात पत्रकार, एक मजबूत संपादक, ख्याल रखने वाले पिता और एक संवेदनशील नागरिक जैसे कई रूप में हमारे बीच उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि इंदौर के जिस सभागार में हम आज मौजूद हैं, और उन्हें याद कर रहे हैं यह सभागार भी अभयजी की जीवटता का गवाह है। उन्होंने अभयजी की पत्रकारिता के कई पहलुओं के बारे में प्रकाश डाला।
भक्ति पदों में दर्ज हुई अभय स्मृति : कार्यक्रम में सबसे पहले शहर के ख्यात शास्त्रीय गायक गौतम काले ने भक्ति पदों की प्रस्तुति दी। संगीत प्रस्तुति का श्री गणेश 'हरे कृष्ण हरे रामा धुन' से हुआ।
इन भक्ति पदों की प्रस्तुति : इसके बाद 'भावना दिन-रात मेरी', 'हनुमान भजन कपि से ऊरिन हम नाही', 'वैष्णव जन तो', 'मन लागो मेरो यार फकीरी में', 'जो सुख पायो राम भजन में', 'सो सुख नाही अमीरी में' जैसी सुमधुर प्रस्तुतियां हुईं।
अभयजी पर वृत्तचित्र का प्रदर्शन : श्री अभय छजलानी का निजी जीवन, सार्वजनिक जीवन और पत्रकार-संपादक के रूप में अपना बेहद अहम योगदान रहा है। उनकी समाजसेवा, पत्रकारिता और संपादकीय दृष्टिकोण को एक वृत्तचित्र में समेटा गया है, जिसका प्रदर्शन अभय स्मृति के मौके पर किया गया।
वृत्तचित्र में लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, लोकमत समूह के चेयरमैन विजय दर्डा, पत्रकार और पूर्व संपादक श्रवण गर्ग, लोक गायक प्रहलाद सिंह टिपाणिया, लेखक और साहित्यकार शरद पगारे, पूर्व कुलपति मानसिंह परमार, पूर्व संपादक कृष्ण कुमार अष्ठाना, नईदुनिया के पूर्व समूह संपादक उमेश त्रिवेदी, राजस्थान पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ. गुलाब कोठारी, वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश हिन्दुस्तानी, बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले, भारतीय टेबल टेनिस महासंघ के महासचिव कमलेश मेहता, क्रिकेट कॉमेंटेटर सुशील दोषी, मध्यप्रदेश टेबल टेनिस एसोसिएशन के अध्यक्ष ओम सोनी, हॉकी खिलाड़ी मीररंजन नेगी, देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति भरत छपरवाल, जयपुर के समाजसेवी विमलचंद सुराना, समाजसेवी जनक पलटा मगिलिगन, डॉ. रमेश बाहेती, डॉ. विनोद भंडारी, अंकित ग्राम सेवाधाम उज्जैन के संस्थापक सुधीरभाई गोयल, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. दिव्या गुप्ता, सहकर्मी मोहन वर्मा, कवि अशोक चक्रधर और इंदौर की गायिका पलक मुछाल ने अभयजी के साथ बीती अपनी यादें और किस्से साझा किए।
अभयजी स्मृति में आयोजित इस सभा में छजलानी परिवार के साथ ही नईदुनिया और वेबदुनिया परिवार के सदस्यों के साथ ही प्रदेश और देश के कई ख्यात पत्रकार और संपादक उन्हें याद करने के लिए उपस्थित थे।