नई दिल्ली। आखिरकार दिल्ली में मेयर के चुनाव हो ही गए और आम आदमी पार्टी की डॉ. शैली ओबेराय बुधवार को महापौर चुन ली गईं। शैली को 150 वोट मिले, जबकि भाजपा की रेखा गुप्ता को 116 वोट मिले। 250 पार्षद, 10 सांसद और 14 एमएलए ने मतदान में भाग लिया। मनोनीत पार्षदों को वोटिंग की अनुमति नहीं मिली।
कौन हैं शैली ओबेरॉय : पेशे से प्रोफेसर शैली ओबेरॉय दिल्ली वार्ड नंबर 86 (पटेल नगर विधानसभा क्षेत्र) से पार्षद हैं। 39 साल की शैली पहली बार पार्षद चुनी गई हैं और उन्होंने पीएचडी की है। हालांकि उन्हें एमसीडी चुनाव में भाजपा की दीपाली कपूर के मुकाबले मात्र 269 वोटों से जीत मिली थी।
गुंडे हारे, जनता जीती : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को महापौर चुनाव में आप पार्षद शैली ओबेरॉय की जीत पर दिल्ली की जनता को बधाई दी और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता जीत गई और गुंडे हार गए। आप उम्मीदवार शैली ओबेरॉय ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के महापौर चुनाव में भाजपा की पार्षद रेखा गुप्ता को 34 मतों से हराया।
केजरीवाल ने बिना किसी का नाम लिए ट्वीट किया कि गुंडे हार गए, जनता जीत गई। दिल्ली नगर निगम में आज दिल्ली की जनता की जीत हुई और गुंडागर्दी की हार। शैली ओबेरॉय के महापौर चुने जाने पर दिल्ली की जनता को बधाई।
नगर निगम चुनाव के एक महीने बाद छह जनवरी को पहली बार सदन की बैठक बुलाई गई थी। भाजपा और आप के सदस्यों के बीच तीखी बहस के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। इसके बाद 24 जनवरी और फिर 6 फरवरी को बुलाई गई दूसरी और तीसरी बैठक भी इस कवायद को पूरा करने में विफल रही थी।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था : दिल्ली में महापौर पद के चुनाव के मद्देनजर नगर निगम सदन के भीतर और सिविक सेंटर परिसर में अधिकारियों ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे। सदन के चैंबर में महिलाओं समेत कई असैन्य सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए। सिविक सेंटर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का मुख्यालय है। सिविक सेंटर के परिसर में बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया।
दिल्ली नगर निगम (डीएमसी) अधिनियम, 1957 के अनुसार, नगर निगम चुनाव के बाद सदन के पहले सत्र में महापौर और उपमहापौर का चुनाव किया जाता है। हालांकि, नगर निगम चुनाव हुए दो महीने से अधिक समय हो गया है जो पिछले साल 4 दिसंबर को हुआ था।