नई दिल्ली। डिजिटल सुरक्षा से जुड़ी कंपनी गेमाल्टो ने आधार के डेटाबेस की चोरी से जुड़ी रिपोर्ट के लिए शनिवार को राष्ट्रीय समाचार पत्रों के जरिए सार्वजनिक माफी मांग ली।
कंपनी ने अपनी उस रिपोर्ट को वापस ले लिया है, जिसमें कहा गया था कि भारत डेटा सेंधमारी मामलों में इस साल की पहली छमाही में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया था कि आधार आंकड़ों से समझौते की वजह से सेंधमारी का आंकड़ा ऊंचा रहा।
कंपनी ने कहा कि देश की विशिष्ट पहचान संख्या को लेकर गलतफहमियों को दूर करने के लिए वह एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर रही है।
‘भारत के लोगों से गेमाल्टो की माफी’ शीर्षक नोटिस में कहा गया है, 'गेमाल्टो ने डेटा की सेंधमारी को लेकर गलत सूचकांक और प्रेस विज्ञप्ति का प्रकाशन किया था, जिसमें आधार डेटा की कथित सेंधामरी को लेकर अपुष्ट खबर को शामिल किया गया था।'
नोटिस में कहा गया है, 'गेमाल्टो के सीईओ के तौर पर मैं फिलिप वाल्ले इस गलत रपट और प्रेस विज्ञप्ति के प्रकाशन के लिए गहरा खेद प्रकट करता हूं।'
वाल्ले ने कहा है, 'हमारा इरादा अनजाने में इस गलती के जरिए कभी भी भारत की प्रतिष्ठित पहचान मिशन परियोजना आधार को बदनाम करना नहीं था। हम आंतरिक जांच शुरू कर रहे हैं और आंतरिक तौर पर अन्य कार्रवाई करेंगे।'
गेमाल्टो ने अपनी वेबसाइट पर सूचकांक के संशोधित अंश के प्रकाशन के साथ ही कहा है कि वह यह विज्ञापन लोगों को सही जानकारी पहुंचाने के अपनी कोशिशों के तहत प्रकाशित कर रहा है। (भाषा)