भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ब्रिटिश हेराल्ड के रीडर्स पोल में दुनिया की सबसे ताकतवर हस्ती चुने गए हैं। मोदी ने दुनिया के शीर्ष नेताओं- व्लादिमीर पुतिन, डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग को पछाड़कर यह उपलब्धि हासिल की है। आखिर मोदी में ऐसी क्या खूबियां हैं, जिनके चलते वे पूरी दुनिया में तेजी से उभरे हैं। आइए जानते हैं मोदी के बारे में 7 बड़ी बातें, जो उन्हें दुनिया की सबसे ताकतवर शख्सियत बनाती हैं....
1. सख्त और त्वरित फैसले : चाहे नोटबंदी का फैसला हो पूरे देश में जीएसटी लागू करने का, नरेन्द्र मोदी ने कभी भी फैसला लेने में न तो ढीलपोल दिखाई और न ही नरमी। फैसले लेते समय उन्होंने कभी भी राजनीतिक नफे-नुकसान का भी ध्यान नहीं रखा। नोटबंदी और जीएसटी के समय कहा जा रहा था कि मोदी को इससे चुनाव में नुकसान हो सकता है, लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की। इतना ही नहीं सत्ता में वापसी के उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे कई अधिकारियों को घर का रास्ता दिखा दिया।
2. पाकिस्तान में सर्जिकल और एयर स्ट्राइक : उड़ी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद बालाकोट के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के जरिए मोदी ने पूरी दुनिया को संदेश दे दिया कि यदि देश की अस्मिता से जुड़ा मामला होगा तो भारत अब कड़े फैसले लेने में नहीं हिचकेगा। इतना ही नहीं एयर स्ट्राइक के बाद अपने पक्ष में वैश्विक समर्थन जुटाकर पाकिस्तान को बैकफुट पर आने के लिए मजबूर कर दिया। इससे विश्व में भारत की मजबूत छवि बनी साथ ही देशवासियों में भी सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा।
3. विदेशों में मजबूती से पक्ष रखना : प्रधानमंत्री विदेशों में भारत का पक्ष मजबूती से रखते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, व्लादिमीर पुतिन, शी जिनपिंग जैसी वैश्विक नेताओं के समक्ष वे दबाव महसूस नहीं करते, बड़ी ही सहजता से मिलते हैं। हाल ही में एससीओ समिट में मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाक प्रधानमंत्री इमरान खान को न सिर्फ अलग-थलग कर दिया, बल्कि विश्व स्तर पर उनकी काफी किरकिरी भी हुई। मोदी ने वैश्विक नेताओं को दो टूक संदेश दिया कि यदि पाकिस्तान नहीं सुधरेगा तो उससे कोई बातचीत नहीं होगी।
4. देशवासियों का विश्वास जीता : कोई भी नेता दुनिया में भी तभी ताकतवर बन पाता है, जब देश के लोगों का विश्वास उसके साथ हो। मोदी देशवासियों के विश्वास पर खरे उतरे। उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जन-धन योजना, किसान सम्मान निधि योजना, मुद्रा योजना, आयकर छूट सीमा बढ़ाकर 5 लाख करना जैसे फैसलों से लोगों में उनके प्रति विश्वसनीयता बढ़ी। यही कारण रहा कि लोगों ने भारी बहुमत के साथ एक बार फिर देश की बागडोर उनके हाथों में सौंप दी। लोकसभा चुनाव 2014 की तुलना (282) में अकेले भाजपा ने 303 सीटें जीतीं, गठबंधन सहयोगियों के साथ तो यह आंकड़ा 350 के पार हो गया, जो कि बहुमत के 272 के आंकड़े से काफी ज्यादा है।
5. कथनी और करनी में अंतर नहीं : मोदी की कथनी और करनी में अंतर नहीं दिखाई देता। उन्होंने 3 तलाक बिल संसद में लाने की बात कही थी और 17वीं लोकसभा शुरू होते उसे सदन के पटल पर भी रख दिया। लोकसभा चुनाव के समय भी उन्होंने ऐसे नेताओं को टिकट नहीं दिए जो उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। 75 पार का फार्मूला भी उन्होंने सख्ती से लागू करवाया।
6. अनुशासित जीवन शैली : मोदी की सफलता के पीछे उनकी अनुशासित जीवन शैली भी है। वे सुबह 5 बजे उठकर योग करते हैं साथ ही दफ्तर में भी पूरा समय देते हैं। वे खान-पान और स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखते हैं। उनके चेहरे पर हमेशा ताजगी ही नजर आती है। इतना ही नहीं वे अपने सहयोगी मंत्रियों और अधिकारियों से भी यही अपेक्षा रखते हैं। यही कारण है सरकारी कामकाज में कोई कोताही नजर नहीं आती।
7. वक्तृत्व कौशल : मोदी की सबसे बड़ी विशेषता उनका वक्तृत्व कौशल यानी भाषण देने की कला है। वे अपने भाषणों में हमेशा इस बात का खास ध्यान रखते हैं कि सामने बैठा श्रोता वर्ग उनसे पूरी तरह कनेक्ट हो सके। यही कारण है कि जब मोदी विभिन्न सभाओं और आयोजनों में भाषण देते हैं तो मोदी-मोदी की गूंज सुनाई पड़ती है। वे अपनी बात भी कहते हैं, लेकिन इस बात का भी पूरा ध्यान रखते हैं कि सामने बैठे लोग क्या सुनना पसंद करेंगे।