Odisha Train Accident: 2 जून को ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में 288 लोगों ने अपनी जान गवां दी। लेकिन जो बच गए वे हादसे की वजह से सदमे का शिकार हो गए हैं। हादसे से सदमे में आए घायलों की संख्या 40 से ज्यादा हैं। अब ऐसे मरीजों की काउंसलिंग की जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसे मरीज PTSD का शिकार हो गए हैं। हेल्थ विशेषज्ञों की टीमें ऐसे मरीजों की काउंसलिंग और इलाज कर रही हैं। आइए जानते हैं आखिर क्या होता है PTSD और क्या है इसके लक्षण।
क्या है लक्षण : किसी हादसे के बाद कुछ लोग गहरे सदमे में चले जाते हैं। ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद भी कुछ घायलों के साथ यही हुआ। उन्होंने कभी ऐसा हादसा देखा नहीं था, ऐसे में वे उसे याद कर के ही सिहर जाते हैं। करीब 5 ऐसे घायल हैं, जो PTSD का शिकार हुए हैं। इस सदमे में आए मरीज अचानक चीखने लगते हैं, या हंसने लगते हैं, कुछ फूट-फूट कर रोते भी हैं। उनका बिहेवियर एक दम से बदल जाता है और व्यवहार स्टेबल नहीं रहता। घटना से जुड़े सपने आना, हाई एंग्जाइटी लेवल और लगातार घटना के बारे में सोचना शामिल हैं। इसमें पीड़ित व्यक्ति चिड़चिड़ा हो जाता है। कई लोगों को नींद नहीं आने की बीमारी हो गई है। ऐसे मरीजों को ठीक करने के लिए मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों की मदद लेना होती है।
क्या है PTSD?
पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रैस डिसऑर्डर (PTSD) एक मानसिक स्वास्थ्य संबंधी डिसऑर्डर है, जो किसी ऐसी भयानक घटना या हादसे की वजह से हो जाता, जिसे व्यक्ति ने खुद अनुभव किया हो। इनमें सड़क या रेल हादसे के अलावा ऊंचाई से गिरना, भीड़ में खो जाना या कहीं फंस जाना, अब्यूज किए जाने जैसी स्थितियां शामिल हैं।
Edited: By Navin Rangiyal