नैनीताल। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लॉक के पयूडा गांव में स्थित पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के घर में आगजनी और फायरिंग के मामले को लेकर पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से अवैध पिस्टल और मैगजीन भी बरामद हुई है। पकड़े गए आरोपियों ने गुनाह स्वीकार किया है। पुलिस अब मामले के मुख्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
पुलिस के मुताबिक पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद द्वारा लिखी किताब के विरोध में 14 नवंबर को उनके कॉटेज के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुतला दहन किया था। इस दौरान सलमान खुर्शीद के केयरटेकर द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं पर उनके आगजनी और फायरिंग करने के आरोप भी लगाए थे।
मामले में तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। साथ ही भवाली सीओ भूपेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। गुरुवार को मुक्तेश्वर थाना अध्यक्ष मोहम्मद आसिफ खान अन्य पुलिसकर्मियों के साथ क्षेत्र में दबिश दे रहे थे।
इसी दौरान रामगढ़ रोड स्थित फिश विलेज के सामने उन्हें आरोपी दिखाई देने की सूचना मिली। सूचना के बाद मुक्तेश्वर थानाध्यक्ष और भवाली कोतवाल अशोक कुमार ने पुलिस टीम के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की तलाशी ली गई तो उनके पास से 32 बोर की अवैध पिस्टल और खाली मैगजीन भी बरामद हुई।
पकड़े गए आरोपी चंदन सिंह लोधियाल ने बताया कि वह रीठा के कुंदन सिंह चिलवाल के नेतृत्व में सलमान खुर्शीद की कोठी पर गए थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान आवेश में आकर उन्होंने फायरिंग कर दी थी। मामले में मुकदमा होने और वीडियो वायरल होने के बाद वह वकील के पास जा रहे थे।
कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने बताया कि नथुआ खान निवासी चंदन सिंह लोधियाल पुत्र हरेंद्र सिंह, सूपी मुक्तेश्वर निवासी उमेश मेहता पुत्र गंगा सिंह मेहता, कृष्णा सिंह बिष्ट पुत्र शंकर सिंह बिष्ट, राजकुमार मेहता पुत्र गंगा सिंह मेहता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपियों को मेडिकल परीक्षण के बाद न्यायालय में पेश किया गया।सलमान खुर्शीद की कोठी पर आगजनी को अंजाम देने वाले चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद भी नामजद आरोपी की गिरफ्तारी न होना सवालों के घेरे में है।
डीआईजी नीलेश आनंद भरणे का कहना है कि पुलिस क्षेत्र में तत्परता से आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। जल्द ही मामले के मुख्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यदि आरोपी पकड़ में नहीं आए तो उनके खिलाफ वारंट जारी किया जाएगा।