शिवमोगा (कर्नाटक)। कर्नाटक के शिवमोगा में पुलिस ने आतंकवाद के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि वे प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट (आईएस) की गतिविधियों को बढ़ाने के मामले में वांछित थे। पुलिस ने आरोप लगाया कि गिरोह के सदस्य विस्फोटक की खरीद की प्रक्रिया में थे और उनकी योजना पूरे राज्य में धमाके करने की थी।
पुलिस ने स्वत: ही शिवमोगा निवासी शारिक, माजी और सईद यासीन के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि निवारण अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस प्राथमिकी के मुताबिक गिरोह के सदस्य इस्लामिक स्टेट की गतिविधियों को बढ़ाने की योजना बना रहे थे, जो भारत की एकता, अखंडता और सम्प्रभुता के खिलाफ है।
कर्नाटक के गृहमंत्री अर्गा ज्ञानेन्द्र ने मंगलवार को कहा कि तीनों के इस्लामिक स्टेट से संबंध है और उनकी गतिविधियों की गहन जांच की जा रही है। वे शिवमोगा और तीर्थहल्ली के रहने वाले हैं और उनका संबंध मंगलुरु से है। पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि गिरफ्तार व्यक्तियों ने धमाके करने सहित आतंकवादी गतिविधियों का प्रशिक्षण लिया है। सूत्रों ने बताया कि सरगना यासिन को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। यासिन पेशे से इलेक्ट्रिक इंजीनियर (विद्युत अभियंता) है।
गौरतलब है कि शिवमोगा इस साल की शुरुआत में उस समय चर्चा में आया था, जब हिजाब विवाद के बीच हिन्दुत्व कार्यकर्ता हर्ष की हत्या कर दी गई। अगस्त में उस समय शहर से झड़पों की खबर आई, जब कुछ दक्षिणपंथी पक्ष के सदस्यों ने हिन्दुत्व के विचारक विनायक दामोदर सावरकर के पोस्टर लगाए और कुछ मुस्लिमों ने विरोध किया। झड़प के दौरान 20 वर्षीय युवक को चाकू से हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया गया। शिवमोगा जिले के ही निवासी ज्ञानेन्द्र ने दावा किया कि गिरफ्तार संदिग्धों में से एक का संबंध पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी समूह से है।(भाषा)