2000 रुपए का नोट वापस लेने की अटकलों का मुद्दा

Webdunia
मंगलवार, 2 जनवरी 2018 (20:43 IST)
नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार का सपा नेता नरेश अग्रवाल ने 2000 रुपए के नोट को लेकर बाजार में चल रही तमाम अटकलों का हवाला देते हुए सवाल किया कि क्या इस नोट को चलन से वापस लिया जा रहा है? अग्रवाल ने आज उच्च सदन में यह मुद्दा व्यवस्था के प्रश्न के नाम पर उठाया। उन्होंने कहा कि संविधान के तहत देश में मुद्रा प्रचलन का दायित्व सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक को दिया गया है। उन्होंने कहा कि नियम है कि देश की कुल मुद्रा का 65 प्रतिशत बड़े करेंसी नोट और 35 प्रतिशत छोटे करेंसी नोट में रहना चाहिए।
 
 
उन्होंने कहा कि सरकार ने जब नोटबंदी की थी तो उसके बाद 2000 रुपए का नोट जारी किया। आज बाजार में करीब 2000 करोड़ रुपए मूल्य के 2000 रुपए के करेंसी नोट हैं। अग्रवाल ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि बैंकों को एक अंदरुनी निर्देश जारी कर कहा गया है कि वे 2000 रुपए के नोट स्वीकार तो करें, पर उन्हें जारी नहीं करें।
 
उन्होंने कहा कि बाजार में इस बात की चर्चा है कि सरकार 2000 रुपए के नोट प्रचलन में बंद कर देगी और विदेशों की तरह सबसे बड़ा नोट मात्र पांच सौ रुपए का रहने देगी। उन्होंने आसन से सवाल किया कि क्या सरकार 2000 रुपए का नोट बंद करने जा रही है? अग्रवाल के व्यवस्था के इस प्रश्न पर उप सभापति पीजे कुरियन ने कहा कि वह अपनी व्यवस्था सुरक्षित रख रहे हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

सेक्‍स हाइवे पर नेताजी की डर्टी पिक्‍चर, अब सेक्‍स कांड में धाकड़ खुलासा, कौन है वीडियो में दिख रही महिला?

कौन हैं अनुष्का यादव, जिनके साथ 12 साल से रिलेशन में लालू पुत्र तेज प्रताप

प्रधानमंत्री को 60 लाख रुपए चाहिए, 1971 का एक सनसनीखेज घोटाला, जिसने देश को हिला दिया था

न तो सद्भावना है और न ही मि‍त्रता, फिर सिंधु जल संधि कैसी

लव जिहादी मोहसिन के दोनों भाई फरार, पूरा परिवार पुलिस के रडार पर

सभी देखें

नवीनतम

सिम तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, दिल्ली पुलिस ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार

कर्नाटक में 18 भाजपा विधायकों का निलंबन हुआ रद्द, विधानसभा अध्यक्ष खादर ने दी यह नसीहत

रूस ने यूक्रेन पर फिर किए ड्रोन और मिसाइल हमले, 12 लोगों की मौत, अब तक का सबसे बड़ा हमला

ऑपरेशन सिंदूर के बाद ताजमहल की सुरक्षा होगी हाईटेक, जल्द ही लगेगा एंटी ड्रोन सिस्‍टम

कोई आतंकवाद को बढ़ावा देगा तो परिणाम 'ऑपरेशन सिंदूर' से अधिक गंभीर होंगे : ओम बिरला

अगला लेख