Release of Indian fishermen : पाकिस्तान की जेल से पिछले सप्ताह रिहा किए गए गुजरात के कुल 184 मछुआरे सोमवार को सुबह पंजाब से एक ट्रेन से वडोदरा पहुंचे।इन मछुआरों को पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) ने करीब चार साल पहले अरब सागर में गुजरात तट के पास अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा (आईएमबीएल) से यह दावा करते हुए पकड़ा था।
यह जानकारी राज्य सरकार ने दी। सरकार ने एक बयान में कहा कि इन मछुआरों को पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) ने करीब चार साल पहले अरब सागर में गुजरात तट के पास अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा (आईएमबीएल) से यह दावा करते हुए पकड़ा था कि उन्होंने सीमा पार करके पाकिस्तानी जलक्षेत्र में प्रवेश किया है।
कुल मिलाकर, पाकिस्तान ने पिछले सप्ताह 198 भारतीय मछुआरों को रिहा किया। इनमें से 184 गुजरात से, तीन आंध्र प्रदेश से, चार दीव से, पांच महाराष्ट्र से और दो उत्तर प्रदेश से हैं। पाकिस्तानी जेलों में बंद इन मछुआरों को केंद्र सरकार के कूटनीतिक प्रयासों की बदौलत रिहा किया गया और 13 मई को पंजाब में वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया।
गुजरात सरकार ने पूर्व में इन मछुआरों की रिहाई के लिए केंद्र को प्रतिवेदन दिया था। सोमवार को सुबह वड़ोदरा रेलवे स्टेशन पर पहुंचे मछुआरों का गुजरात के मत्स्यपालन मंत्री राघवजी पटेल, विधायक केयूर रोकडिया और चैतन्य देसाई सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने स्वागत किया।
गुजरात के 184 मछुआरों में से 152 गिर सोमनाथ जिले के, 22 देवभूमि द्वारका के, पांच पोरबंदर के और एक-एक जूनागढ़, जामनगर, कच्छ, वलसाड और नवसारी के हैं। वडोदरा से स्थानीय अधिकारियों ने मछुआरों को चार बसों में उनके गंतव्य तक भेजा।
मार्च में, गुजरात सरकार ने विधानसभा को सूचित किया था कि दिसंबर 2022 तक की स्थिति के अनुसार, अरब सागर में पकड़े जाने के बाद से गुजरात के 560 मछुआरे पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं। राज्य सरकार ने कहा था कि 560 मछुआरों में से 274 को पाकिस्तानी अधिकारियों ने पिछले दो वर्षों में पकड़ा है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)