अयोध्या। अयोध्या मुद्दे को लेकर जहां पूरे भारत की नजर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर टिकी है तो वहीं अयोध्या की रामनगरी का नजारा कुछ और ही है। यहां पर अयोध्या मुद्दे पर क्या फैसला आने वाला है, इसको लेकर किसी भी धर्म को किसी भी प्रकार की कोई बेचैनी नहीं दिख रही है और आपसी भाईचारे को इतने अच्छे से निभा रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण कल से शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा में देखने को मिला।
यह परिक्रमा 5 नवंबर से प्रारंभ हुई। इस 14 कोसी परिक्रमा के प्रारंभ होते ही लाखों की तादाद में लोग इस परिक्रमा में शामिल होने के लिए दूरदराज से आए हुए हैं और किसी के मन में किसी भी प्रकार का कोई डर देखने को नहीं मिल रहा है और यहां आने के बाद तो मन में किसी भी प्रकार का डर रहने का सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि यहां सबसे खास बात यह देखने को मिल रही है कि 14 कोसी परिक्रमा को पूरा कराने के लिए जहां हिंदू समाज के संगठन लगे हुए हैं तो वहीं उनके साथ कंधे से कंधा मुस्लिम समाज के लोग भी लगा रहे हैं और सबसे खास बात तो यह रही कि हर वर्ष की भांति 14 कोसी परिक्रमा में आए श्रद्धालुओं की अगवानी करने के लिए खुद मौके पर मस्जिद को लेकर कोर्ट में मुकदमा लड़ रहे मोहम्मद इकबाल अगवानी के लिए खड़े थे और उनके साथ रामलला के मुख्य आचार्य सत्येंद्रदास भी मौजूद थे और बड़े ही प्रेम के साथ दोनों ही 14 कोसी परिक्रमा में आए श्रद्धालुओं की अगवानी कर रहे थे।
यह कोई नया इतिहास नहीं है, अयोध्या मुद्दे को लेकर देश में कुछ भी होता रहा हो लेकिन अयोध्या में आपसी भाईचारे के मिसाल की चर्चाएं समय-समय पर होती रहती हैं। अयोध्या की सबसे खास बात यह रही है कि किसी भी धर्म का त्यौहार हो, सभी आपस में मिलजुलकर मनाते हैं जिस की चर्चाएं मीडिया के माध्यम से देश-विदेश तक पहुंचती रहती हैं।
क्या बोले श्रद्धालु : 14 कोसी परिक्रमा में शामिल होने आगरा से पहुंचे राम कुमार के परिवार ने बताया कि इस बार परिक्रमा में आने को लेकर थोड़ा सा मन में डर था लेकिन यहां आने के बाद डर समाप्त हो चुका है। बड़े ही अच्छे से 14 कोसी परिक्रमा को हम पूरा कर रहे हैं और यहां पर सभी लोग एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं, सबसे खास बात तो यह है कि हमारी इस परिक्रमा में हमारे मुस्लिम भाई बड़ी ही मदद करते हुए नजर आ रहे हैं। इस परिक्रमा के दौरान कई जगहों पर मुस्लिम भाइयों के द्वारा टेंट लगाकर दवा-पानी इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है। हम सब अपने मुस्लिम भाइयों को दिल से शुक्रिया अदा करना चाहते हैं जो हमारी इस 14 कोसी परिक्रमा को पूरा करने में मदद कर रहे हैं।
कानपुर से अयोध्या पहुंचे रूपेश कुमार व अनुराग यादव बताते हैं कि अयोध्या का नजारा बेहद अच्छा है, आपसी भाईचारा स्पष्ट तौर पर नजर आ रहा है और बड़े ही अच्छे तौर से हम लोग 14 कोसी परिक्रमा को पूरा कर रहे हैं, जगह-जगह सभी धर्म के लोग हमारी इस परिक्रमा को पूरा कराने में मदद कर रहे हैं, कुछ डर मन में था लेकिन अब वह डर मन से समाप्त हो चुका है क्योंकि एक बात तो स्पष्ट है अयोध्या जैसा भाईचारा और कहीं देखने को नहीं मिलता है।
उल्लेखनीय है कि 14 कोसी परिक्रमा व कार्तिक पूर्णिमा का मेला 5 नवंबर से शुरू होकर 12 नवंबर तक चलेगा और यहां पर लाखों की तादाद में श्रद्धालु परिक्रमा करने के लिए पहुंचे हैं और फिर कार्तिक पूर्णिमा में भी लाखों की तादाद में लोग पहुंचकर स्नान करेंगे, जिसके मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के बेहद कड़े इंतजाम है।