जांजगीर-चांपा, किसी के घर के आसपास एक सांप निकल जाए तो लोग दहशत में आ जाते हैं। ऐसे में अगर एक दर्जन कोबारा किसी के घर में निकल आए तो उसकी हालत क्या होगी। बृहस्पति कंवर के साथ ऐसा ही हुआ। उनके घर के एक कमरे से एक एक कर बारह सांप निकले, वो भी जहरीले कोबारा के सपोले।
उस कमरे से सांप के बच्चे बाहर निकलते तो एक-एक कर के मार दिया जाता था, पर किसी की इतनी हिम्मत नहीं थी कि उस कमरे को खोल कर ये देख सकें कि आखिरकार कोबरा के बच्चे निकल कहां से रहें हैं।
ये घटना गांव और आस पास के गांव में आग की तरह फैल गई पर कोई भी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे था की अंदर जाकर देखें, ऐसे ही करके कुछ दिन गुजर गए और एक-एक कर के पांच सांप के पांच बच्चों को मार दिया गया। जब फिर भी सांप के बच्चों का निकलना बंद नहीं हुआ तो घरवालों ने स्नेक रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को जानकारी दी।
जितेन्द्र सारथी अपने टीम नागेश सोनी ने वहां पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया गया। घर वालों ने बताया कि ये कमरा काफी लंबे समय से बंद है और डर से हम सब अन्दर नहीं जाते हैं। इसके बाद ताला तोड़ा गया। जैसे जैसे सामान हटाया जा रहा था, एक एक कर सांप के बच्चे बाहर निकलने लगे। कमरे की एक दीवार को तोड़ा गया, जहां से खुदाई के दौरान दीवार और नीचे जमीन से एक-एक कर 12 कोबरा के बच्चें निकाले गए। एक साथ निकले इतने कोबरा के बच्चों को देखकर हर कोई सिहर गया। वहां देखने के लिए भी भारी लोगों की भीड जमा हो गई।