चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अनौपचारिक बैठक में भाग लेने आ रहे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के आगमन से चंद घंटे पहले आईटीसी ग्रैंड चोला (जहां जिनपिंग को ठहरना है) के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे 5 लोगों समेत 11 तिब्बती लोगों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हिरासत में लिए गए 6 लोग बेंगलुरु से सड़क मार्ग के जरिए चेन्नई हवाई अड्डे पहुंचे थे ताकि वे काला झंडा प्रदर्शन में भाग ले सकें। सभी लोगों को हालांकि हिरासत में ले लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि 2 महिलाओं समेत 5 तिब्बती, तिब्बत का झंडा लिए उच्च सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए होटल आईटीसी ग्रैंड चोला के पास पहुंच गए तथा जिनपिंग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन करने का प्रयास शुरू कर दिया। गौरतलब है कि जिनपिंग इसी होटल में ठहरने वाले हैं।
मौके पर तैनात पुलिसकर्मी हालांकि तुरंत हरकत में आए तथा उन्हें हिरासत में लेकर घटनास्थल से दूर ले गए। इनमें से तिब्बती झंडा लिए एक व्यक्ति पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया जबकि 4 अन्य को पुलिस वाहन से गुंडी थाना ले जाया गया। हिरासत में लिए गए तिब्बती लोगों को गुंडी थाना ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
इसी से जुड़े मामले में जिनपिंग को काले झंडे दिखाने के प्रयास में चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचे 6 तिब्बती नागरिकों को हवाई अड्डे के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि काला झंडा दिखाकर विरोध प्रदर्शन करने के उद्देश्य से तिब्बती लोग आने वाले हैं जिसको लेकर पुलिस पहले से ही चौकसी बरत रही थी।
बेंगलुरु से बस के जरिए यहां पहुंचे 6 तिब्बतियों में 2 महिलाएं शामिल हैं। गिरफ्तार लोगों को पूछताछ के लिए हवाई अड्डा थाना ले जाया गया है। 2 दिवसीय यात्रा पर आने वाले चीनी राष्ट्रपति के विरोध में प्रदर्शन की कोशिशों को नाकाम करने के अभियान के तहत पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में करीब 20 तिब्बतियों को हिरासत में लिया है।
इससे पहले 6 अक्टूबर को पुलिस ने सामाजिक कार्यकर्ता एवं लेखक तेनजिन सुंडे समेत 8 तिब्बती युवाओं को गिरफ्तार किया, क्योंकि उन्होंने जिनपिंग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी। इसके 2 दिन बाद ही जिनपिंग के आगमन पर काला झंडा प्रदर्शन में भाग लेने की योजना बना रहे ताईपेई के एक प्रोफेसर डॉ.तेनजीन नोर्बु को गिरफ्तार किया गया था।
शहर के बाहर केलाम्बक्कम के डीम्ड विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के प्रोफेसर डॉ. नोर्बु पर गिरफ्तार तिब्बतियों को ठहरने का स्थान उपलब्ध कराने का आरोप है। सभी गिरफ्तार लोगों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अलर्ट करने के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक जेके त्रिपाठी ने सभी पुलिस अधीक्षकों और पुलिस आयुक्तों को अपने-अपने इलाकों में तिब्बती नागरिकों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश जारी किए हैं।