Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

PM Modi से धार्मिक स्वतंत्रता पर बात करेंगे ट्रंप, CAA और NRC पर भी होगी चर्चा

हमें फॉलो करें PM Modi से धार्मिक स्वतंत्रता पर बात करेंगे ट्रंप, CAA और NRC पर भी होगी चर्चा

भाषा

, शनिवार, 22 फ़रवरी 2020 (10:08 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले हफ्ते होने वाली भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा उठाएंगे। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका, भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्थानों का बहुत सम्मान करता है।
 
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कॉन्फ्रेंस कॉल में पत्रकारों से कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अपने सार्वजनिक और निश्चित तौर पर निजी दोनों भाषणों में हमारी साझा लोकतांत्रिक परंपरा और धार्मिक आजादी के बारे में बात करेंगे। वे इन मुद्दों को उठाएंगे, खासतौर से धार्मिक आजादी का मुद्दा, जो इस प्रशासन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
 
ट्रंप और अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप का 24 और 25 फरवरी को अहमदाबाद, आगरा और नई दिल्ली जाने का कार्यक्रम है।
 
अधिकारी ने बताया कि हमारी सार्वभौमिक मूल्यों, कानून व्यवस्था को बरकरार रखने की साझा प्रतिबद्धता है। हम भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्थानों का बड़ा सम्मान करते हैं और हम भारत को उन परंपराओं को बरकरार रखने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
 
सीएए और एनआरसी के सवाल पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि हम आपके द्वारा उठाए कुछ मुद्दों को लेकर चिंतित हैं। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी बैठक में इन मुद्दों को उठाएंगे।  दुनिया अपनी लोकतांत्रिक परंपराओं, धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान बनाए रखने के लिए भारत की ओर देख  रही है।
 
अधिकारी ने कहा कि जाहिर तौर पर भारतीय संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता, धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान  और सभी धर्मों से समान व्यवहार की बात है। यह राष्ट्रपति के लिए महत्वपूर्ण है और मुझे भरोसा है कि इस पर  बात होगी। भारत धार्मिक और भाषायी रूप से समृद्ध तथा सांस्कृतिक विविधता वाला देश है। उन्होंने कहा कि यहां  तक कि वह दुनिया के 4 बड़े धर्मों का उद्गम स्थल है।
 
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल चुनाव जीतने के बाद अपने पहले भाषण  में इस बारे में बात की थी कि वे भारत के धार्मिक अल्पसंख्यकों को साथ लेकर चलने को प्राथमिकता देंगे और  निश्चित तौर पर दुनिया की निगाहें कानून व्यवस्था के तहत धार्मिक स्वतंत्रता बनाए रखने और सभी के साथ  समान व्यवहार करने के लिए भारत पर टिकी है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Corona Virus से जंग में बिल गेट्स बने मददगार, जिनपिंग ने दिया जवाब