Nag Panchami 2023: श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार अधिकमास होने से यह पर्व 21 अगस्त 2023 सोमवार को मनाया जा रहा है। नागपंचमी का पर्व क्यों मनाते हैं और क्या है पंचमी तिथि का इससे संबंध? आओ जानते हैं इस संबंध में विस्तार से।
पंचमी तिथि का महत्व : पंचमी तिथि के देवता नाग है और यह पूर्ण संज्ञक होकर इसका नाम श्रीमती है। पौष मास में दोनों पक्ष में यह तिथि शून्य फल देती है। पंचमी तिथि की दिशा दक्षिण है। पंचमी पर किए गए कार्य शुभफल दायक होते हैं। शनिवार की पंचमी मृत्युदा होती है। गुरुवार की सिद्धिदा होकर विशेष शुभ फल देती है। शुक्ल पक्ष की पंचमी सुख देने वाली और कृष्ण पक्ष की पंचमी श्री प्राप्ति वाली है।
क्यों मनाते हैं नाग पंचमी?
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अर्जुन के पौत्र और परीक्षित के पुत्र जन्मजेय ने अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए नाग वंश के विनाश हेतु एक नाग यज्ञ किया।
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उनके पिता राजा परीक्षित की मृत्यु तक्षक नामक सर्प के काटने से हुई थी।
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नाग वंश को बचाने के लिए इस यज्ञ को ऋषि जरत्कारु के पुत्र आस्तिक मुनि ने रोका था।
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जिस दिन इस यज्ञ को रोका गया उस दिन श्रावण मास की शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि थी।
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तक्षक नाग व उसका शेष बचा वंश विनाश से बच गया था।
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मान्यता है कि यहीं से नाग पंचमी पर्व मनाने की परंपरा प्रचलित हुई।