लता। अतल गहराइयों से आती इस मीठी और दिलकश आवाज को चाहने वाले दुनिया भर में अनगिनत हैं। किंतु चाहे-अनचाहे लता जी का नाम विवादों में भी आया।
बड़ी बात उस शख्सियत की यह रही कि हर विवाद से वे शालीनता से निपटी और अपने व्यक्तित्व की गरिमा को बनाए रखा। कुछ ऐसे प्रसंग जिनकी वजह से लता जी चर्चा में रही।
1 - मशहूर गायक भूपेन हजारिका की पहली बरसी में हिस्सा लेने आई उनकी पत्नी प्रियंबदा पटेल ने एक असमी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि भूपेन हजारिका और लता मंगेशकर के बीच संबंध थे। प्रियबंदा पटेल भूपेन हजारिका को छोड़कर विदेश चली गई थीं।
इस आरोप के बाद लता जी के वकील ने प्रियंवदा को माफी मांगने का कानूनी नोटिस भेजा। नोटिस में अगले आठ दिनों में अफेयर की उनकी बातों के लिए बिना शर्त माफी मांगने को कहा गया। ऐसा नहीं करने पर उनपर आपराधिक और मानहानि का मामला दायर करने की बात कही गई। प्रियंबदा द्वारा माफी मांगने के बाद इस प्रकरण का बाद में पटाक्षेप हो गया।
2- एक साक्षात्कार में लता जी ने कहा कि सुप्रसिद्ध गायक मो. रफी और उनके बीच अनबन हो गई थी। और बाद में रफी जी द्वारा लिखित में माफी मांगने के बाद ही उन्होंने उनके साथ गाना गाना मंजूर किया।
इस वक्तव्य पर मो. रफी के बेटे शाहिद रफी ने तत्काल विरोध दर्ज कराया था। और लताजी से मांग की थी कि अगर ऐसा है तो वह उस लिखित खत को सार्वजनिक करें। यह विवाद कई दिनों तक खासा गर्माया रहा हालांकि बाद में इसे भी शालीनता से निपटा लिया गया।
3- लता जी पर लिखी एक पुस्तक में उनकी बहन उषा मंगेशकर के हवाले से यह जिक्र किया गया था कि लता को जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी।
बकौल उषा- बाद में उनके (उषा के) सपने में आकर गीतकार स्व. शैलेन्द्र ने माफी मांगी थी। तथ्यात्मक रूप भ्रामक से इस बात पर शैलेन्द्र के परिजन तथा उनके चाहने वालों ने खासी नाराजगी जाहिर की थी।
4. लता जी के साथ संगीतकार सी.रामचन्द्र, मदनमोहन, क्रिकेटर राजसिंह डूंगरपुर के नाम जोड़ने की कोशिश की गई। वक्त के साथ यह सब बातें अफवाह साबित हुई।
5. मुंबई स्थित लता जी के घर 'प्रभुकुंज' के सामने फ्लाय ओवर बनने पर लता जी ने विरोध प्रकट किया था।
6. अपने समय की कई गायिकाओं ने प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लता जी पर उनके करियर में रूकावट डालने का आरोप लगाया था। सच कोई नहीं जानता मगर लता जी ने इस बारे में कभी अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी। लता जी की बहन स्वयं आशा भोंसले समेत गायिका मुबारक बेगम, सुमन कल्याणपुरकर, सुधा मल्होत्रा, हेमलता, अनुराधा पौडवाल जैसे कई बड़े नाम इनमें शामिल है।
लता जी के जाने के बाद अब स्मृतियों में उनकी मीठी और मधुर यादें संजोकर हम रख रहे हैं....उक्त प्रसंग सिर्फ इसलिए कि विवादों के बीच भी अपनी गरिमामयी छवि को उन्होने कायम रखा यह किसी साधारण व्यक्तित्व के बस में हो ही नहीं सकता....लता दीदी विलक्षण थीं....हैं.....
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