भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनाव से ठीक पहले एक नई पार्टी ने सियासी तौर पर अपनी लांचिग कर दी है। सपाक्स अब एक संगठन न होकर एक राजनीतिक पार्टी बन गई है।
भोपाल में सपाक्स को राजनीतिक पार्टी के तौर पर ऐलान किया गया। इसके साथ ही पार्टी ने अपनी प्रदेश कार्यकारिणी की भी घोषणा की गई है। हीरालाल त्रिवेदी को सपाक्स पार्टी के अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं पार्टी ने चार उपाध्यक्ष भी बनाए हैं।
सपाक्स पार्टी का ऐलान होने के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हीरलाल त्रिवेदी ने कहा कि पार्टी प्रदेश की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं पार्टी ने एलान किया है कि एट्रोसिटी एक्ट और प्रमोशन में रिर्जवेशन उनका मुख्य मुद्दा होगा।
पार्टी अपने चुनाव चिन्ह का एलान चुनाव आयोग से रजिस्टर्ड होने के बाद करेगी। वहीं सपाक्स पार्टी अब प्रदेश में एट्रोसिटी एक्ट और प्रमोशन में रिर्जवेशन को लेकर अपना आंदोलन और तेज करेगी।
अतिथि शिक्षक संघ ने किया सपाक्स पार्टी का समर्थन : सपाक्स के राजनीतिक पार्टी के ऐलान होने के बाद से ही मध्यप्रदेश में सरकार से नाराज चल रहे संगठन खुलकर अब उसके समर्थन में आ गए हैं।
प्रदेश में भाजपा सरकार से नाराज चल रहे अतिथि शिक्षकों ने बड़ा एलान करते हुए चुनाव में सापक्स पार्टी के समर्थन का एलान किया है।
वेबदुनिया से बात करते हुए अतिथि शिक्षक संघ संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष शंभूचरण दुबे ने कहा कि संघ प्रदेश के 78 हजार अतिथि शिक्षक चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों को हराने के लिए इस बार सपाक्स का साथ देंगे शंभूचरण दुबे का कहना कि सपाक्स पार्टी के रूप में उनके पास एक बेहतर विकल्प सामने है।
मध्यप्रदेश में पहले से ही करणी सेना, ब्राह्मण महासभा, काला कानून विरोधी मोर्चा के साथ ही भाजपा और कांग्रेस से नाराज चल रहे संगठन और लोग सापक्स का साथ दे रहे थे। वहीं अब सापक्स के राजनीतिक पार्टी बनने के बाद देखना होगा कि क्या सपाक्स मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में कितना असरदायक साबित होगा।