भोपाल। मध्यप्रदेश चुनाव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक बार फिर चर्चा में आ गया है। कांग्रेस एक बार फिर संघ को लेकर हमलावर हो गई है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आते ही सरकारी कर्मचारियों के संघ की शाखा में जाने पर प्रतिबंध लगेगा। यही नहीं, सरकारी परिसरों में संघ की शाखा लगाने पर भी कांग्रेस की सरकार प्रतिबंध लगाएगी।
ऐसा नहीं है कि ये बयान दिग्विजय सिंह ने निजी तौर पर दिया है। इससे पहले कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र में सरकारी दफ्तरों में संघ की शाखा लगाने पर प्रतिबंध लगाने और सरकारी कर्मचारियों के संघ की शाखाओं में जाने पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी। कांग्रेस के वचन-पत्र में संघ को लेकर इस तरह की बातें कहे जाने को लेकर अब सियासत तेज हो गई है। प्रदेश में सत्तारूढ़ दल भाजपा अब खुलकर संघ के समर्थन में खड़ा हो गया है
।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि संघ एक सामजिक संगठन है, जो लोगों को राष्ट्रवाद सिखाता है और हर कोई संघ की शाखा में जा सकता है। राकेश सिंह ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस आरएसएस पर प्रतिबंध लगाकर दिखाए।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने संघ को लेकर कांग्रेस के वचन-पत्र पर बोलते हुए सीधे राहुल गांधी पर हमला बोला। पात्रा ने आरएसएस को सामाजिक संगठन की बजाए राजनीतिक संगठन बताने पर राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस से माफी की मांग की है। पात्रा ने कांग्रेस को हिंदू विरोधी बताते हुए कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी नहीं चाहते की आयोध्या में राम मंदिर बने।