Poem on Mothers Day : ममता की मूरत

Webdunia
mothers day 2021
 
-प्रियंका शाह
 
मां है वह ममता की महान मूरत,
जिसकी मुस्कान के सहारे खिल उठती है सूरत।
 
जो जीवन के पग-पग पर देती हैं साथ,
कभी नहीं होने देती है जीवन में निराश।
 
आपकी उंगली पकड़कर ही तो मैंने चलना सीखा,
आपकी ममता के आंचल में मैंने एक गीत लिखा।
 
आपने ही थामा हाथ, जब कदम थे मेरे लड़खड़ाए,
मुझे हौसला देकर फिर आपने आगे के पथ दिखलाए।
 
आज मातृ दिवस पर आपसे ही ये पूछती हूं मैं,
क्यों ईश्वर को छोड़ मां आपको पूजती हूं मैं।
 
आज मैं हूं जिन बुलंदियों पर,
उसका श्रेय 'मां' सिर्फ आपको अर्पण।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

हड्डियों की मजबूती से लेकर ब्लड शुगर कंट्रोल में बहुत फायदेमंद है व्रत में खाई जाने वाली ये चीज, फायदे जानकर रह जाएंगे दंग

केमिकल फ्री स्किन चाहते हैं तो इस नैचुरल फेस मास्क को आजमाएं, भूल जाएंगे पार्लर के महंगे ट्रीटमेंट

सफेद बालों को नेचुरली काला करने के लिए बहुत असरदार है ये DIY नुस्खे

पीरियड के फ्लोर और कलर से समझ आती है फर्टिलिटी की सेहत, जानिए पीरियड हेल्थ से जुड़ी जानकारी

इस डिटॉक्स ड्रिंक को पीने से खिल उठेगा चेहरा, अंदर से महसूस होगी ताज़गी

सभी देखें

नवीनतम

इस महिला दिवस खुद की तलाश में प्लान करें एक शानदार सोलो ट्रिप, ये जगहें रहेंगी शानदार

1 महीने तक नमक न खाने से क्या होता है शरीर पर असर, सच्चाई जानकर रह जाएंगे दंग

रमजान में खाए जाने वाले खजूर हैं सेहत का खजाना, जानिए फायदे

केक लवर्स सावधान! केक से हो सकता है कैंसर, रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

अगला लेख
More