मकर संक्रांति के पवित्र अवसर पर सूर्य पूजन और सूर्य मंत्र का 108 बार जाप करने से अवश्य लाभ मिलता है। अगर भाषा व उच्चारण शुद्ध हो तो आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ अवश्य करें। यह अनुभूत प्रयोग है।
मकर संक्रांति के दिन नीचे दिए गए मंत्रों में से जो भी मंत्र आसानी से याद हो सकें उसके द्वारा सूर्य देव का पूजन-अर्चन करें। फिर अपनी मनोकामना मन ही मन बोलें। भगवान सूर्य नारायण मनोकामना अवश्य पूर्ण करेंगे।
1.ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:
2.ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणाय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
3.ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घ्य दिवाकर:।
4.ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ।
5.ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः ।
सूर्यदेव के 12 नाम
* ॐ सूर्याय नम:
* ॐ भास्कराय नम:
* ॐ रवये नम:
* ॐ मित्राय नम:
* ॐ भानवे नम:
* ॐ खगय नम:
* ॐ पुष्णे नम:
* ॐ मारिचाये नम:
* ॐ आदित्याय नम:
* ॐ सावित्रे नम:
* ॐ आर्काय नम:
* ॐ हिरण्यगर्भाय नम: