फडणवीस सरकार ने जीता विश्वास मत, कहा- विधानसभा न बने बाजार
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने घोषणा की
Fadnavis wins trust vote : देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के नेतृत्व वाली सरकार ने सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। शिवसेना विधायक उदय सामंत (Uday Samant) और अन्य द्वारा पेश किए गए विश्वास प्रस्ताव को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narvekar) ने घोषणा की कि सदन ने विश्वास प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
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भाजपा-शिवसेना-राकांपा 'महायुति' गठबंधन के पास 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 230 सीटों का बहुमत है। पांच दिसंबर को मुंबई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में आयोजित समारोह में फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
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उन्होंने कहा कि मैं जो कहने जा रहा हूं, उससे कुछ विधायकों को ठेस पहुंच सकती है लेकिन हमें विधान भवन परिसर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। मैं इस शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहता, हालांकि मुझे स्थिति का वर्णन करने के लिए इससे बेहतर कोई विकल्प नहीं मिल रहा है। यह परिसर 'बाजार' नहीं बनना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि अगर विधान भवन में इतनी भीड़ रहेगी तो यह सदन ठीक से कैसे चलेगा?
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उन्होंने कहा कि कई निर्वाचित जनप्रतिनिधि काम के लिए विधान भवन के अंदर अलग-अलग कक्षों में अपने समर्थकों के साथ जाते हैं लेकिन कभी-कभी इन कक्षों में बहुत अधिक लोग इकट्ठा हो जाते हैं और कोई और अंदर नहीं जा पाता। फडणवीस ने सदन में राजनीतिक संवाद में कमी पर भी निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विधानसभा में संवाद नदारद है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह बंद हो गया है लेकिन इसमें कमी जरूर आई है। हम सभी को इस पर काम करने की जरूरत है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta