संपादक : रवीन्द्र कालिया प्रकाशक: भारतीय ज्ञानपीठ 18, इन्स्टीट्यूशनल एरिया, लोदी रोड़, पोस्ट बॉक्स नं. 3113 , नई दिल्ली -110 003 फोन- 24626467
स्मरण : महमूद दरवेश
कृष्णकुमार रत्तू : मैं बहुत दूर हो जाता हूँ, कि अपनी धरती के पास लौट सकूँ
कीर्तिमान : दूधनाथ सिंह
रवीन्द्र कालिया : गोसाईं दूधनाथ (संस्मरण) कहानी
अज्ञेय : हीलीबोन की बत्तख़ें दूधनाथ सिंह : तू फ़ू (नई कहानी) दूधनाथ सिंह : नपनी (प्रतिनिधि कहानी)
विजय : गिरगिट रामस्वरूप अणखी : कटी अँगुली वाली लड़की (पंजाबी कहानी) मदन मोहन : देह दुकान जेब अख़्तर : बीज
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कविता राजेंद्र कुमार : कश्मीर - उन दिनों-इन दिनों लीलाधर मंडलोई : भरोसा, दोस्त, दुख के दिन, अपमान, पुकार, मक़सद, वरदान, जगहें, यातना, गाने, अज्ञान, दलित, बेटी, रुलाई, कला, मूल्य, लड़ाई, दुनिया, चमत्कार, वह, बटखरा, बादल, हाट चम्पा वैद : यादों की नींद में, वेनिस, कुछ छिपा नहीं अब, जो नहीं किया उसे बस्ते में डाल दिया, सत्तोहल ज्योत्स्ना मिलन : आईने, खिड़कियाँ मानिक बच्छावत : उदाराम सूँघा, करणीदान पागी, अब्दुल रहमान भिश्ती, नूरा ऊनछाँटनी शिवकुटीलाल वर्मा : पहचान, चोर गली, मेरे इस देश में कुमार विक्रम : एक भावी हत्यारे का बयान, प्राइवेट जोक, नुस्ख़ा, पिता जी का ग़ुस्सा
कहानी जो याद आती है
विजयमोहन सिंह : अज्ञेय की कहानी - हीलीबोन की बत्तखें
जरूरी जानकारी अब्दुल बिस्मिल्लाह : बाइबिल में ग़ज़ल
ग़ज़ल
एहतेराम इस्लाम : चार ग़ज़लें
ओम प्रभाकर : दो ग़ज़लें
पुनर्पाठ लक्ष्मीधर मालवीय : बिहारीदास की संतसई का नया पाठसम्पादन
फन्तासी मोहन कल्पना : वाल्मीकि रामायण का विलुप्त पृष्ठ
जन्मशती : देवेंद्र सत्यार्थी
प्रकाश मनु : अरे यायावर रहेगा याद
देशकाल प्रयाग शुक्ल : चम्पा वैद की रची हुई चित्रमाला (चित्रकला) सुभाष शर्मा : सौंदर्य, फैशन और बाज़ार (फैशन) मनीषा कुलश्रेष्ठ : साइबर फैमिनिज़्म (इंटरनेट) धर्मपाल : न्यूसाउथवेल्स कलादीर्घा में (कला) प्रांजल धर : मीडिया खिलौना बन जाता है जहाँ (मीडिया) शशांक दुबे : एक प्रेम भाषा के पार (मैटिनी शो)
पहली परंपरा की खोज भगवान सिंह : पूरब का पच्छिम
प्रसंग अजय तिवारी : समकालीनता और साहित्य कसौटी राजीव कुमार : रेहन पर रग्घू (काशीनाथ सिंह) ओम निश्चल : आमीन (आलोक श्रीवास्तव) इनबॉक्स भगवान सिंह तथा अन्य पत्र प्रत्यंचा ज्ञान चतुर्वेदी : रेत के महल