इंदौर। भाजपा महासचिव और विधायक कैलाश विजयवर्गीय मीडिया के सामने उस समय चुटकी ली, जब उनसे प्रदेश सरकार में उनकी भूमिका के बारे में सवाल किया गया। उन्होंने बेहद हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि आप लोग ही मुझे हल्के में लेते हैं। मैं विधायक के साथ ही भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव हूं।
उन्होंने कहा कि मैं शनिवार को राष्ट्रीय दल की बैठक में भाग लेने के लिए जा रहा हूं। उन्होंने सांसदों के निलंबन मुद्दे पर कहा कि संसद भी स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है। वहां सार्थक चर्चा होनी चाहिए न कि आंदोलन। विजयवर्गीय ने कहा कि अगर संसद के अंदर आंदोलन किए जाएंगे तो फिर नेता सड़क पर क्या करेंगे।
मुख्यमंत्री और मुझमें कई समानताएं, लेकिन... : यादव और मुझमें विजयवर्गीय ने स्थानीय भाजपा कार्यालय में एक बैठक के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि नये मुख्यमंत्री यादव और उनमें कई समानताएं हैं। उन्होंने कहा कि मैं और मुख्यमंत्री, दोनों मजदूरों के बेटे हैं। हम दोनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक और छात्र राजनीति के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता रहे हैं। हम दोनों ने अखाड़े में पहलवानी भी की है।
भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री के रूप में यादव के नाम की घोषणा से पहले इस पद के दावेदारों में गिने जा रहे विजयवर्गीय ने कहा कि पर मैं एक चीज में पिछड़ गया। मैंने बीएस-सी और एलएलबी तक पढ़ाई की। यादव ने बीएस-सी, एलएलबी, एमए, एमबीए और पीएचडी तक पढ़ाई की। राज्य के पूरे 230 विधायकों में यादव सबसे ज्यादा शिक्षित हैं।
राहुल गांधी पर निशाना : संसद परिसर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारे जाने के घटनाक्रम का वीडियो बनाने को लेकर भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर बृहस्पतिवार को निशाना साधा और कहा कि गांधी सांसद पद के लायक भी नहीं हैं। संवैधानिक पद पर बैठे एक व्यक्ति की संसद परिसर में नकल उतारी जा रही थी और गांधी इस हरकत को रोकने के बजाय इसका वीडियो बनाकर इसे बढ़ावा दे रहे थे। यह बहुत शर्मनाक है।
मध्य प्रदेश की सत्ता में भाजपा की वापसी के बाद 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल के गठन में देरी का सबब पूछे जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि मंत्रिमंडल के बारे में सूचना आपको (मीडिया) और मुझे एक साथ मिलेगी।