भोपाल। भाजपा सदस्यता अभियान के बाद अब संगठन के चुनाव शुरु हो चुके है। ग्वालियर के पूर्व सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने बतौर प्रदेश चुनाव प्रभारी बुधवार को पार्टी के प्रदेश दफ्तर में अपना कामकाज संभाल लिया है। मध्यप्रदेश भाजपा का नया अध्यक्ष कौन होगा इस पर भी अब अटकलों का दौर शुरु हो गया है। देश में भाजपा के सबसे मजबूत संगठन वाले राज्य में पार्टी की जिम्मेदारी किस चेहरे के मिलेगी इस पर अब सबकी निगाहें लग गई है, इसके साथ ही यह सवाल भी सियासी गलियारों में चर्चा के केंद्र में है कि क्या मध्यप्रदेश की कमान क्या अब किसी महिला चेहरे के हाथ में होगी।
वीडी शर्मा का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा-मध्यप्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष के सामने संगठन को नई ऊंचाईयों पर ले जाने होगा। वर्तमान भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का उपलब्धियों से भरा हुआ है। वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा ने मध्यप्रदेश में जीत की नई इबारत लिखी है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में जहां अब तक अपना सर्वेश्रष्ठ प्रदर्शन किया वहीं लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटें जीतकर नया इतिहास रच दिया है। बतौर भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा है। वीडी शर्मा की मजबूत संगठनात्मक क्षमता की तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके है।
नए प्रदेश अध्यक्ष के दावेदार?- भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्त में जातीय समीकरण को साधा जा सकता है। ऐसे में जब मुख्यमंत्री ओबीसी कोटे से आते है तब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का पद सामान्य श्रेणी में आ सकता है। ऐसे में नए प्रदेश अध्यक्ष के संभावित नामों में पार्टी की ज्वाइनिंग टोली के संयोजक नरोत्तम मिश्रा, सीनियर नेता गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया, सांसद गणेश सिंह, बंशीलाल गुर्जर, भगवान दास सबनानी जैसे नाम शामिल है।
सूबे के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भले ही विधानसभा चुनाव दतिया से हार गए हो लेकिन वह भोपाल से लेकर दिल्ली तक सक्रिय है। इसके साथ ही सामान्य वर्ग से आने वाले वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव का नाम भी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल है। हलांकि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अब 2028 और 2029 को लेकर नई पीढ़ी के नेताओं को कमान सौंपने की तैयारी में है इसलिए गोपाल भार्गव की दावेदारी थोड़ी कमजोर पड़ती है।
इसके साथ सतना से पांचवीं बार सांसद चुने गए गणेश सिंह और राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर भी प्रदेश अध्यक्ष के दावेदार में है। पांच बार के सांसद गणेश सिंह पिछड़ा वर्ग के बड़े चेहरे माने जाते हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा को शिकस्त देकर लगातार पांचवीं बार सांसद बने। गणेश सिंह ने सियासी कॅरियर की शुरुआत जिला पंचायत से की थी । एक बार जिला पंचायत सदस्य और दूसरी बार अध्यक्ष बने।
वहीं बंशीलाल गुर्जर की पहचान बड़े किसान नेता के रुप में होती है। मंदसौर से आने वाले बंशीलाल गुर्जर पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके है। वे भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके अलावा कृषि उपज मंडी मंदसौर में लगातार 15 साल तक अध्यक्ष पद पर काबिज रहे. उनकी पत्नी भी जनपद अध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी है। बंशीलाल गुर्जर बीजेपी में भी महामंत्री सहित कई पदों पर जिम्मेदारी निभा चुके हैं। उनकी पहचान मध्य प्रदेश के बड़े किसान नेताओं में होती है।
क्या महिला चेहरे को मिलेगी कमान?-मध्यप्रदेश भाजपा की कमान क्या किसी महिला चेहरे को मिलेगी यह भी सवाल भी सियासी गलियारों में खूब चर्चा के केंद्र में है। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व क्या अपने सबसे मजबूत गढ़ में किसी महिला चेहरे को संगठन की कमान सौंपेंगा, इसकी भी अटकलें लगाई जा रही है। राज्य सांसद कविता पाटीदार, लोकसभा सांसद संध्या राय, पूर्व सांसद और वर्तमान में भाजपा विधायक रीति पाठक ऐसे नाम है जिनका संगठन में कामकाज का अच्छा अनुभव है और पार्टी पूरे देश में भाजपा संगठन को एक मैसेज देने के लिए इनमें से किसी चेहरे पर दांव लगा सकती है।