भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इमरती देवी के बयान के बाद मध्यप्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। उपचुनाव से पहले भाजपा को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। बयान को लेकर भाजपा फ्रंटफुट पर आ गई है, वहीं कांग्रेस बयान पर बचाव की मुद्रा में है। भाजपा ने कमलनाथ पर बयान को लेकर निशाना साधा है।
इमरतीदेवी के खिलाफ अपमानजनक बयान के विरोध में आज मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और भाजपा के अन्य नेता मौन उपवास पर बैठे और गांधीगिरी का प्रदर्शन किया।
अपने बयान को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने कहा कि शिवराज शब्दों के अनर्थ फैलाकर दुष्प्रचार कर रहे हैं। चुनाव में 15 दिन शेष बचे हैं और शिवराज हताश हो गए हैं और शब्दों के अर्थ बदलकर चुनाव को जीतना चाहते हैं।
दूसरी ओर कमलनाथ ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि हां मैंने आइटम कहा है, क्योंकि यह कोई असम्मानजनक शब्द नहीं है। मैं भी आइटम हूं, आप भी आइटम हैं और इस अर्थ में तो हम सभी आइटम हैं। लोकसभा और विधानसभा की कार्यसूची में आइटम नंबर लिखा जाता है, पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में भी आइटम नंबर लिखते हैं, क्या है असम्मानजनक है?
इमरती देवी ने बताया कलंकनाथ : न्यूज चैनल एबीपी से बातचीत में इमरती देवी ने कहा कि वे कमलनाथ को बड़े भाई का दर्जा देती हैं। बात करते हुए इमरती देवी के आंसू भी निकल आए।
उन्होंने कहा कि जब कमलनाथ मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने मेरी खूब बेइज्जती की। इमरती देवी ने कहा कि कमलनाथ क्या कहते हैं कि महिला राजनीति नहीं कर सकती। अगर वे महिलाओं के लिए ऐसे बोलते हैं तो कमलनाथ नहीं कलंकनाथ हैं।