भोपाल। मध्यप्रदेश में निकाय चुनाव के दौरान भाजपा में विपक्षी एकता में बड़ी सेंध लगाई है। बसपा, सपा के एक-एक विधायक के साथ एक निर्दलीय विधायक आज भाजपा में शामिल हो गए है। भिंड से बसपा विधायक संजीव कुशवाह, छत्तरपुर जिले के बिजावर विधानसभा सीट से सपा विधायक राजेश कुमार शुक्ला के साथ सुसनेर से निर्दलीय विधायक राणा विक्रम सिंह भाजपा में शामिल हो गए है।
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजदूगी में तीनों विधायक भाजपा में शामिल हुए है। भाजपा में शामिल होने के बाद संजीव सिंह कुशवाहा ने कहा कि भाजपा परिवार के ही व्यक्ति ही है लेकिन कुछ भटक गए थे लेकिन आज उन्होंने वापसी कर ली है। संजीव सिंह कुशवाहा ने कहा कि भाजपा में शामिल होना उनके लिए गर्व का विषय है।
वहीं भाजपा में शामिल होने के बाद राजेश शुक्ला ने कहा कि 2018 में उन्हें लगता था कि वह भाजपा से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन लड़ते-लड़ते रह गया था। वह बुंदेलखंड और बिजावर विधानसभा सीट के विकास के लिए भाजपा में शामिल हो रहे है।
वहीं भाजपा में शामिल होने वाले राणा विक्रम सिंह ने कहा कि 2018 में निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद वह भाजपा के साथ रहना चाहते थे लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने जब बहुमत नहीं होने पर सरकार बनाने से मना कर दिया तो वह भाजपा में शामिल नहीं हुए। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद वह सरकार के साथ रहे और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके विधानसभा सीट के विकास के लिए हर संभव मदद दी।
वहीं तीनों विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि तीनों ही विधायक शुरु से भाजपा के साथ काम करना चाहते थे और आज भाजपा परिवार में शामिल हो गए है। गौरतलब है कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद तीनों ही विधायक लगातार सत्ता पक्ष के खेमे में ही दिखाई दे रहे थे। राष्ट्रपति चुनाव से पहले तीनों विधायकों के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को संख्या बल के आधार पर मजबूत मिलेगी।