भोपाल। शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए है। रात के ठीक 9 बजे राजभवन में एक सादे शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन ने शिवराज सिंह चौहान को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
चौथी बार शपथ ग्रहण के बाद शिवराज मध्यप्रदेश के अकेले ऐसे राजनेता बन गए है जो चार बार मुख्यमंत्री बने है। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और विधायक शामिल हुए।
भाजपा दफ्तर में विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान अपने पार्टी के विधायकों के साथ सीधे राजभवन पहुंचे। कोरोना के चलते सभी विधायक तीन बसों में सवार होकर राजभवन पहुंचे।
वहीं शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कोरोना संकट को देखते हुए कोई जश्न नहीं मनाने की अपील की है। शिवराज सिंह चौहान ने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह घर में रहकर ही भगवान से यह प्रार्थना करें कि कोरोना से हम मिलकर मुकाबला कर सके।
राजभवन में शपथ ग्रहण के बाद शिवराज सिंह चौहाने सीथे वल्लभ भवन पहुंचकर कामकाज संभालेंगे। इसके बाद शिवराज कोरोना को लेकर अफसरों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक करेंगे जिसमें लोगों को राहत देने के लिए नई सरकार कुछ बड़े एलान कर सकती है।
शिवराज इससे पहले पहले 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। 1990 में पहली बार विधायक चुने जाने वाले शिवराज पहली बार 29 नवंबर 2005 को, दूसरी बार र12 दिसंबर 2008 को तीसरी बार 8 दिसंबर 2013 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के तस्वीर भी खिंचवाई। इसके बाद शिवराज ने पहला ट्वीट करके कोरोना से निपटने की पहली प्राथमिकता बताई।