भोपाल। कोरोना संकट से जूझ रहे मध्यप्रदेश में आज शिवराज कैबिनेट का गठन करने के साथ नवनियुक्त मंत्रियों को कोरोना को खत्म करने के लिए बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी गई है। कैबिनेट में शामिल होने वाले पांचों मंत्रियों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के अलग-अलग संभागों में कोरोना को काबू में करने के लिए स्थानीय प्रशासन और लोगों से समन्वय बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
कैबिनेट के पहली बैठक के बाद खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों के कार्य विभाजन की जानकारी देते हुए बताया कि कोविड संकट को देखते हुए अलग - अलग मंत्रियों को अलग-अलग जवाबदारी सौंपी गई है।
कोरोना के हॉटस्पॉट बने भोपाल और उज्जैन संभाग की जिम्मेदारी सीनियर मंत्री नरोत्तम मिश्रा को सौंपी गई है। वहीं कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित इंदौर संभाग की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट को दी गई है। इंदौर के साथ ही तुलसी सिलावट को सागर संभाग की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कैबिनेट मंत्री कमल पटेल को जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग, गोविंद सिंह राजपूत को चंबल और ग्वालियर संभाग को, मीना सिंह को रीवा और शहडोल संभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक अब यह सभी मंत्री अपने अपने संभाग में कोरोना को लेकर पूरी स्थिति की निगरानी और निर्णय लेंगे। यह सभी मंत्री स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से संवाद करने के साथ जनता के साथ फीडबैक लेने के साथ व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में तत्काल जुट जाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब हर मंगलवार को कैबिनेट की बैठक होगी। अगर जरूरत हुई तो बीच में भी कैबिनेट की बैठक होगी। आज कैबिनेट की बैठक में सरकार बनने के बाद के सभी निर्णयों को मंजूरी भी दी गई।