मध्यप्रदेश प्रांत के वनमंत्री उमंग सिंघार के बयान के बाद राज्य की राजनीति उफान पर है। उमंग के 'पर्दे के पीछे' से सरकार चलाने वाले बयान के बाद उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर एक बार फिर विपक्ष को हमला करने का मौका दे डाला है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार पर तंज कसते हुए कह डाला है कि मुख्यमंत्री पद की शपथ भले ही कमलनाथ ने ली है लेकिन हम तो पहले से ही कहते रहे थे कि आखिर सरकार कौन चला रहा है? ये ढाई सीएम की सरकार है जिसमें एक खुद दिग्विजय सिंह हैं और वे अपनी हार को स्वीकार नहीं कर पाए हैं। राज्य में अपूर्व संवैधानिक संकट खड़ा हो गया और इससे निपटने के लिए अब सोनिया गांधी को हस्तक्षेप करना ही होगा।
उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह की पूरी कोशिश है कि पूरी सरकार मेरी मुट्ठी में रहे और ये अजीबोगरीब बात है। वे मंत्रियों को चमकाते-धमकाते व हिसाब-किताब पूछते रहते हैं। शिवराज यहीं पर ही नहीं रुके बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि दिग्विजय ने साफ-साफ कमलनाथ और मंत्रियों के कामकाज पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्हें ये लगता है कि जनहित के काम कमलनाथ नहीं कर रहे या फिर मंत्री कामकाज नहीं कर रहे हैं।
शिवराज सिंह ने सोनिया गांधी से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा कि वे प्रदेश की राजनीति में दखल देकर मध्यप्रदेश को बर्बाद होने से बचाएं।