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रियल लाइफ पैडमैैन, जो महिलाओं को रोजगार भी देता है

हमें फॉलो करें रियल लाइफ पैडमैैन, जो महिलाओं को रोजगार भी देता है

मुस्तफा हुसैन

, शुक्रवार, 22 नवंबर 2019 (13:01 IST)
रील लाइफ में अक्षय कुमार को पैडमैन मूवी में इस कैरेक्टर को निभाते तो अपने देखा ही होगा, लेकिन आज हम रियल लाइफ के पैडमैन से मिलवाने जा रहे हैं, जो कि मूवी से प्रभावित होकर असल जिंदगी में पैडमैन की भूमिका निभाने में लगा है।
 
ये पैडमैन मप्र के नीमच जिले के एक छोटे से गांव खोर का है, जिसने अपने बल पर सेनेटरी नैपकिन नेपकिन पैड बनाने की एक छोटी-सी यूनिट की शुरुआत की और अपने गांव सहित जिले भर में महिलाओं को इसके प्रति जागरूक करने के साथ ही सस्ते पैड उपलब्ध करवाए हैं। इसके साथ ही इन्होंने गांव की ही 15 महिलाओ को रोजगार से भी जोड़ा है।
 
कहते हैं कि जब हौसला मजबूत हो और इरादे नेक हों तो हर राह आसान हो जाती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया नीमच के इस पैडमैन ने। नीमच जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर ग्राम खोर के एक जांबाज और जुझारू युवक भूपेंद्र खोईवाल ने महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए खोर में एक छोटे से प्लांट से नैपकिन पैड बनाने का कार्य शुरू किया।
 
इस युवक ने ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस नाम की अपनी इस फर्म में आसपास की कई महिलाओं को न केवल रोजगार दिया बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया। धीरे-धीरे कई महिलाओं ने इस काम में हाथ बंटाना शुरू किया। इस छोटे से लघु उद्योग से लगभग 50 हजार से अधिक नैपकिन पैड भोपाल ओर अन्य शहरों में अब तक ये भेजे जा चुके हैं।
 
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भूपेंद्र ने काफी सस्ते पैड बनाए हैं, जिनकी कीमत मात्र 20 रुपए है। 20 रुपए में 8 पैड के एक पैकेट में ये महिलाओं को उपलब्ध करवा रहे हैं, जो कि बाजार में 40 रुपए से कम में नहीं मिलेंगे। महिलाओं की समस्याओं को दूर करने और स्वच्छता की ओर उन्हें अग्रसर करने के लिए लगातार यह पैडमैन अपनी टीम के साथ विभिन्न गांवों का भ्रमण करता है। घर-घर सैनेटरी नैपकिन पहुंचाने के साथ ही भूपेन्द्र महिलाओ को जागरूक करने के काम में भी जुटे हुए हैं। 
 
अब भूपेंद्र अपनी इस छोटी-सी यूनिट को बढ़ाते हुए इस कार्य को बड़े स्तर पर करने के साथ ही और भी महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकारी मदद की बाट जोह रहे है। 
 
भूपेंद्र ने लोन के लिए आवेदन भी किया मगर पिछले चार माह से वो बैंकों के चक्कर काटने को मजबूर हैं, लेकिन आज तक लोन नहीं मिल पाया है।
 
हालांकि इस मामले में जिला पंचायत सीईओ भव्या मित्तल ने भरोसा दिलाया है कि वे भूपेंद्र की मदद जरूर करेंगी। उन्होंने बताया कि हाल ही में उनकी जानकारी में ये मामला आया है। हम भूपेंद्र की पूरी मदद करेंगे।
 
स्त्री स्वाभिमान सेनेटरी नैपकिन पेड यूनिट के संचालक भूपेंद्र ने बताया की वे सामाजिक क्षेत्र में कुछ काम करना चाहते थे और जब उन्होंने अक्षय की पैडमैन मूवी देखी तो ऐसा ही कुछ करने की ठानी और यह यूनिट लगाई। 
 
उन्होंने बताया कि शुरुआत में काफी समस्याएं आईं क्योंकि महिलाएं इस काम को करने में शर्म महसूस करती थीं, लेकिन उन्हें भी जागरूक किया और आज उनकी यूनिट में 15 महिलाएं काम कर रही हैं। ये महिलाएं गांव-गांव जाकर दूसरी महिलाओं को जागरूक करने का काम भी कर रही हैं। भूपेन्द्र गांव की और भी महिलाओं को इस रोजगार से जोड़ना चाहते हैं, लेकिन उसके लिए बैंक से लोन नहीं मिल पा रहा है।

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