ओरछा। काशी विश्वनाथ और अयोध्या के रामलला मंदिर के बाद अब बुंदेलखंड की 'अयोध्या' ओरछा का रामराजा सरकार मंदिर भी बहुत जल्द होगा। मंदिर को भव्य रूप प्रदान करने के लिए यहां पर 5 चरणों में कई विकास कार्य होंगे। करीब 50 करोड़ रुपए की लागत से रामराजा सरकार मंदिर को भव्य स्वरूप प्रदान किया जाएगा।
अयोध्या से मध्यप्रदेश के ओरछा की दूरी तकरीबन 450 किलोमीटर है, लेकिन इन दोनों ही जगहों के बीच गहरा नाता है। जिस तरह अयोध्या के कण-कण में राम हैं, ओरछा की धड़कन में भी राम विराजमान हैं।
रामनवमी पर ओरछा पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदिर निर्माण को लेकर अपनी मंशा साफ कर दी थी। उन्होंने रामराजा मंदिर के पूर्णोद्धार को लेकर तैयार की गई विकास योजना का अवलोकन किया था। इस दौरान उन्होंने साफ कह दिया था कि मंदिर का स्वरूप भव्य और दिव्य होना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया था कि विकास प्लान को अंतिम रूप देने से पहले स्थानीय लोगों से चर्चा कर ली जाए।
इस मंदिर का प्रवेश द्वार और निकास द्वार दोनों को भव्य बनाने की योजना है। इसके साथ-साथ मंदिर में एक आपातकाल द्वार भी बनाने की योजना है। अभी भोजन प्रसाद शाला मंदिर परिसर के अंदर है। भोजन शाला को मंदिर परिसर से बाहर लाने का प्लान तैयार किया गया है।
गर्मी व बारिश को ध्यान में रखते हुए दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए धूप व पानी से बचने के लिए पूरे दर्शन मार्ग पर शेड का निर्माण किया जाएगा। दर्शनार्थियों को धार्मिक और पुरातत्व से जुड़ी जुढ़ी की जानकारी देने के लिए मंदिर परिसर में ही टूरिस्ट इन्फॉर्मेशन सेंटर बनाया जाएगा।