भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश की सियासत में एक बार फिर बड़े नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। विधानसभा चुनाव में बागी होकर चुनाव लड़ने वाले पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया अब कांग्रेस का हाथ थामने की तैयारी में है।
आठ फरवरी को भोपाल में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने रामकृष्ण कुसमारिया कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान से ही रामकृष्ण कुसमारिया कांग्रेस नेताओं के संपर्क में है। बीजेपी से पांच बार सांसद और दो बार विधायक रहे रामकृष्ण कुसमारिया को कांग्रेस बुंदेलखंड की किसी सीट से लोकसभा चुनाव में उतार भी सकती है। इसको लेकर कांग्रेस में मंथन का दौर तेज हो गया है।
वहीं बुधवार को भोपाल में रामकृष्ण कुसमारिया के मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की भी संभावना है। बताया जा रहा है कि रामकृष्ण कुसमारिया ने कांग्रेस के सामने जबलपुर, खजुराहो और दमोह लोकसभा सीटों में से किसी एक सीट से टिकट देने की मांग रखी है।
वहीं पिछले दिनों रामकृष्ण कुसमारिया ने भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर से भी मुलाकात की थी। बाबूलाल गौर पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय ने उनको भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था। वहीं लोकसभा चुनाव से पहले कुसमारिया के कांग्रेस में शामिल होने से बुंदेलखंड में बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। अगर जातिगत समीकरण की बात करें तो बुंदेलखंड के कर्मी वोट बैंक में रामकृष्ण कुसमारिया की अच्छी पकड़ मानी जाती है।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस बुंदेलखंड में अपनी स्थिति मजबूत करना चाह रही है। इसके लिए पार्टी बीजेपी के बड़े नेताओं को शामिल कर बीजेपी पर मनोवैज्ञानिक तरीके से बढ़त लेना चाह रही है। वहीं बीजेपी के ही पूर्व सांसद चंद्रभान सिंह लोधी की भी कांग्रेस में शामिल होने के अटकलें तेज है। बीजेपी के दोनों पूर्व सांसद रामकृष्ण कुसमारिया और चंद्रभान सिंह लोधी दोनों आठ फरवरी को भोपाल में राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं।