भोपाल। प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन बेचने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को यहां गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 155 नशीले इंजेक्शन बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक (भोपाल उत्तर) अरविंद सक्सेना ने यहां कहा कि पुलिस ने प्रतिबंधित इंजेक्शन बेचने के मामले में शहर के शाहजहांनाबाद पुलिस थाना इलाके से राहुल मालवीय (24) को कल रात गिरफ्तार किया है। वह इन इंजेक्शनों को शहर में बेचता था।
उन्होंने कहा कि वह शहर के छोला मंदिर इलाके का रहने वाला है। वह इन इंजेक्शनों को चंडीगढ़, अंबाला एवं झांसी से लाता था तथा शरीर में होने वाले दर्द को मिटाने के नाम पर 700 से 1,000 रुपए में इन्हें लोगों का बेचता था।
उन्होंने कहा कि उसके कब्जे से 155 नशीले इंजेक्शन बरामद हुए हैं, जिनमें से 75 इंजेक्शन बुप्रेनोरफिन के हैं और 80 इंजेक्शन फेनरामिन मालिएट के हैं। ए एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रतिबंधित दवाइयां हैं। सक्सेना ने बताया कि जिस व्यक्ति को इन इंजेक्शनों को लगाया जाता है, वह इनके लगने के बाद अपनी सुध-बुध खो देता है।
उन्होंने कहा कि जब किसी व्यक्ति को इन इंजेक्शनों को लगाने की लत पड़ जाती है, तो वह इनके बिना नहीं रह सकता है। लत पड़े हुए व्यक्ति को जब यह इंजेक्शन नहीं मिलता है तो उसका मुंह सूखने लगता है और हाथ-पांव दर्द के मारे कांपने लगते हैं, जिसकी वजह से वह इन इंजेक्शनों को लेने के लिए मजबूर हो जाता है।
पुलिस अधीक्षक सक्सेना ने कहा कि इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह लगता है। इस गिरोह से सात-आठ लोग जुड़े हुए हैं। हम इनके इस नेटवर्क को तोड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह गिरोह आदमी को कमजोर कर अपना मार्केट बना रहा था।
सक्सेना ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी के अनुसार इसका मास्टरमाइंड शहर के अशोका गार्डन में ही रहता है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उन्होंने कहा कि ए इंजेक्शन मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलते हैं।
सक्सेना ने कहा कि जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि किन-किन लोगों को ए इंजेक्शन बेचे जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि कुछ लोग इन इंजेक्शनों को आजकल हेरोइन, स्मैक एवं ब्राउनशुगर के विकल्प के रूप में उपयोग कर रहे हैं। (भाषा)