भोपाल। कथावाचकों और ब्राह्मणों के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने भाजपा नेता प्रीतम लोधी को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। प्रीतम लोधी को पार्टी से निष्कासित करने की जानकारी देते हुए पार्टी के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी ने कहा कि प्रीतम लोधी ने ब्राहम्ण समाज और महिलाओं को लेकर जो बयान दिया था उसे पार्टी नेतृत्व ने अत्यंत गंभीरता से लेते हुए लोधी के अपराध को क्षमा योग्य नहीं माना। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने प्रीतम लोधी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का निर्णय लिया है। भाजपा के लिए सामाजिक सदभाव और महिलाओं का सम्मान सदैव सर्वोपरि है।
क्या कहा था प्रीतम लोधी ने?- भाजपा नेता प्रीतम लोधी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मंच से कथावाचकों पर निशाना साधते हुए कहा कि कथा के दौरान रोजाना 7-8 घंटे पागल बनाते है। कहते हैं कि अगर तुम दान करोगे तो भगवान तुमको देगा। महिलाएं इनकी बातों में आ जाती है और दूध,घी, दही अपने बच्चों को खिलाने के जगह इनको दे दे देती है। भाजपा नेता ने कहा कि कथा के दौरान कथावाचक 20 से 30 साल की महिलाओं को आगे बैठाते है, इसके बाद उनको नचवाते है और उपर बैठकर अपना आनंद लेते है। इसके साथ कथावाचक सुंदर महिलाओं का नाम पुकारते है और महाराज जी उनके घर भोजन करने जाते है। भोजन के दौरान महाराज की नजर कहीं और ही होती है।
ब्राह्मण समाज ने दी थी चेतावनी- प्रीतम लोधी के बयान पर प्रदेश की सियासत में हंगामा मच गया था। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने प्रीतम लोधी को बीजेपी से निष्कासित करने की मांग की थी। वहीं आज लगातार दूसरे दिन पूरे प्रदेश में ब्राहाम्ण समाज ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया था।
काम न आई सफाई-वहीं पार्टी से निष्कासन से पहले शुक्रवार दिन में प्रीतम लोधी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर अपनी सफाई दी। वहीं बयान पर बवाल मचने के बाद प्रीमत लोधी ने एक दिन पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करे जरिए अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि यह बातें उन्होंने आसाराम, मिर्ची बाबा और राम-रहीम जैसे लोगों के बारे में कही थी। उन्होंने कांग्रेस पर वीडियों में कांट-छांट का वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया था।