Shree Sundarkand

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय के आशीर्वाद समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत के शामिल होने के सियासी मायने?

Advertiesment
हमें फॉलो करें Shivraj Singh Chauhan's son Kartikeya's blessing ceremony

विकास सिंह

, शनिवार, 15 मार्च 2025 (13:43 IST)
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान के भोपाल में हुए आशीर्वाद समारोह में दिग्गज नेताओं के जमावड़े के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ संघ के तमाम बड़े दिग्गज नेता हुए शामिल हुए। भोपाल के जंबूरी मैदान मे हुए आशीर्वाद समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ संघ से  सुरेश सोनी, भैयाजी जोशी, मध्यभारत प्रांत के संघ चालक डॉ. अशोक पाण्डेय और बीजेपी के पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भी पहुंचे और कार्तिकेय सिंह चौहान और अमानत बंसल को आशीर्वाद दिया।

शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान के आशीर्वाद समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ संघ के तमाम बड़े दिग्गज नेता जिस तरह शामिल हुए, उसके बाद प्रदेश की सियासत के साथ देश की सियासत में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया। जूंबरी मैदान में कार्तिकेय के आशीर्वाद समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत का पहुंचना और उनका कार्यक्रम में काफी देर तक रूकने ने चर्चाओं का नया दौर शुरु कर दिया। शिवराज के घर हुई शादी में जिस तरह से संघ के तमाम बड़े नेता हुए शामिल वह भाजपा की आगे की सियासत को देख जा रहा है।

यह वह समय है जब भाजपा में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है और शिवराज सिंह चौहान का नाम भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे है। संघ के साथ-साथ शिवराज सिंह चौहान की गिनती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्त के तौर पर भी होती है, ऐसे में क्या शिवराज सिंह चौहान आने वाले समय में भाजपा की कमान संभालने जा रहे है, अब यह चर्चा सियासी गलियारों में जोर पकड़ ली है।   

कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय और उनसे सीधा कनेक्ट रखने वाले शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे चुके है। शिवराज सिंह चौहान आज भाजपा की अंदरुनी राजनीति में एक सर्वमान्य नेता है। शिवराज सिंह चौहान ने उत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत में भी अपनी संगठनात्मक क्षमता का बाखूबी परिचय दिया। इसके साथ 18 साल बाखूबी मध्यप्रदेश की कमान संभालने के बाद शिवराज सिंह चौहान इन दिनों केंद्रीय कृषि मंत्री के तौर पर मोदी कैबिनेट में अहम भूमिका निभा रहे है वहीं वह इन दिनों वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर जनजागरूकता अभियान की कमान संभालते हुए नजर आ रहे है। शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के साथ देश के अलग-अगल राज्यों में वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर कार्यक्रम कर रहे है। गौरतलब है कि वन नेशन-वन इलेक्शन को अमलीजामा पहनाना संघ के साथ-साथ  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक प्रमुख एजेंडा है।

कार्तिकेय-अमानत के आशीर्वाद समारोह में शक्ति प्रदर्शन- भाजपा के दिग्गज नेता शिवराज सिंह चौहान ने एक महीने में अपने दोनों बेटों की शादी की। बेटे बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान की शादी समारोह तो जोधपुर में हुआ था वहीं आशीर्वाद समारोह भोपाल के जंबूरी मैदान मे हुआ था। इस आशीर्वाद समोहर में भाजपा और संघ के दिग्गज नेताओं के साथ भाजपा के आम कार्यकर्ताओं को भी न्योता दिया गया था। मध्यप्रदेश भाजपा के सभी सांसदों और विधायकों के साथ जिलों के जिला अध्यक्ष के साथ मंडल अध्यक्ष स्तर के कार्यकर्यताओं तक बकायदा कार्ड भेज गया था। जिस अंदाज में कार्तिकेय सिंह चौहान और अमानत बंसल का आशीर्वाद समारोह हुआ उसके पीछे कई सियासी मायने भी अब तलाशे जा रहे है।

गौरतलब है कि कार्तिकेय सिंह चौहान राजनीतिक रूप से काफी सक्रिय है और विदिशा से शिवराज के सांसद चुने जाने के बाद वह पिछले दिनों बुधनी विधानसभा उपचुनाव में टिकट के प्रबल दावेदार थे। हलांकि पार्टी ने शिवराज सिंह चौहान के लिए विदिशा संसदीय सीट छोड़ने वाले रमाकांत भार्गव को टिकट दिया था। इसके बाद भी जिस अंदाज में कार्तिकेय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के साथ उपचुनाव की पूरी चुनावी कमान अपने हाथों संभाली उसकी धमक भोपाल से लेकर दिल्ली तक सुनाई दी।

सियासी तौर पर कार्तिकेय सिंह चौहान शिवराज सिंह चौहान की राजनीतिक विरासत संभालने के लिए पूरी तरह तैयार है और वह बुधनी के साथ-साथ प्रदेश की सियासत में काफी सक्रिय है। वह पिछले कुछ चुनाव से अपने पिता की पूरी चुनावी कमान संभाले हुए है और क्षेत्र में काफी सक्रिय है। ऐसे में अब जब कार्तिकेय को अपनी निजी जीवन की नई पारी शुरु करने में संघ प्रमुख मोहन भागवत का मिला आशीर्वाद क्या उनकी सियासी पारी का आगाज कराने में भी  फलीभूत होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।  

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

500 करोड़ का शीशमहल: जगनमोहन रेड्डी का विशाखापटनम में आलीशान ऋषिकोंडा पैलेस क्यों चर्चा में