मध्यप्रदेश में अपराधियों के हौंसले बुलंद है। बेखौफ बदमाशो ने सिवनी में पुलिस टीम पर हमला कर एक हेड कॉस्टेबल की गोली मारकर हत्या कर दिया। प्रदेश में अपराधियों के हौंसले किस कदर बुलंद है कि लगातार दो दिन में दो पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के दौरान अपराधियों के शिकार बन गए है।
ताजा मामला सिवनी जिले के डूंडा के बम्होडी गांव का है जहां बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस की टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमें गोली लगने से एक एक प्रधान आरक्षक की मौत हो गई। वहीं पुलिस टीम पर फायरिंग करने वाले अपराधी फरार हो गया, वहीं उसके तीन अन्य साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि सिवनी जिले के बम्होडी गांव में पुलिस टीम अपराधियों को पकड़ने गई थी। पुलिस की तीन सदस्यीय टीम ने चार बदमाशों को घेर लिया और तीन अपराधियों को पकड़ लिया। अपने साथियों को पुलिस की गिरफ्तर से छुड़ाने के लिए चौथे बदमाश ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी। जिसमें एक गोली टीम में शामिल हेड कॉस्टेबल राकेश सिंह को लगी और वह गंभीर रुप से घायल हो गए। इसके बाद टीम के अन्य सदस्यों ने राकेश सिंह को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए नागपुर रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं पुलिस फरार बदमाश की तलाश में जुटी है।
बीते दो दिन में अपनी ड्यूटी निभाते दूसरे पुलिस कर्मी की मौत के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। इससे पहले गुरुवार को छिंदवाड़ा जिले में ड्यूटी पर तैनात ASI की गाड़ी से रौंदा डाला था। जिले के माहुलझिर थाने में पदस्थ ASI नरेश शर्मा ऊपर गुरुवार को बदमाश ने बोलेरो चढ़ा दी। बदमाश पेट्रोल पंप पर डीजल भराकर बिना पैसे दिए फरार हो रहा था, जब पुलिस ने चेक प्वाइंट बोलेरो सवार बदमाश को रोकने की कोशिश की तो बदमाश ने ASI पर गाड़ी चढ़ा दी। जिसके बाद गंभीर रुप से घायल ASI को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था कि "छिंदवाड़ा जिले में हृदय विदारक घटना में अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए मध्यप्रदेश पुलिस के जांबाज सिपाही एएसआई नरेश शर्मा जी का दु:खद निधन पीड़ादायक है। मैं परिजनों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। वीर पुलिसकर्मी को शहीद का दर्जा और राज्य सरकार द्वारा उनके परिवार को श्रद्धा निधि के रूप में 1 करोड़ रूपए की राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही स्व. श्री शर्मा के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। घटना के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मध्यप्रदेश में इस तरह का अक्षम्य अपराध करने वाले किसी भी आरोपी को नहीं बख्शा जाएगा। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी"।