देश में कोरोना के लगातार बढ़ते हुए मामले के बीच अब डॉक्टरों और फ्रंट लाइन पर तैनात स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए पीपीई किट जुटाना एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। पीपीई किट कोरोना वॉरियर्स को संक्रमण से बचाने के लिए एक रक्षा कवच के रूप में काम करता है। डॉक्टरों की मदद के लिए अब सरकार के साथ ही अब लोग भी आगे आ रहे है, संकट काल में लोग अपने स्तर पर पीपीई किट बनाकर डॉक्टरों को दे रहे है।
भोपाल एम्स के डॉक्टरों की मदद के लिए ऐसा ही काम भोपाल की बेटी दर्शना ने किया है, दर्शना इन दिनों शादी के बाद जयपुर में अपने पति के साथ एक स्वयंसेवी संस्था का संचालन करती है।
जयपुर में रहने वाली दर्शना अपने पति और कई स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर इन दिनों बड़े पैमाने डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ के लिए पीपीई किट तैयार कर रही है और जयपुर में विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टरों को उपलब्ध कराया है।
वहीं संकट काल में दर्शाना को अपने घर भोपाल के भी डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ की फिक्र हुई तो उन्होंने भोपाल एम्स के डॉक्टरों को पीपीआई किट देने के लिए संपर्क किया। दर्शाना ने पहली खेप के रूप में 100 पीपीई किट भोपाल एम्स के डॉक्टरों के लिए भेजी है। दर्शना के अपने शहर के प्रति इस जज़्बे को AIIMS प्रशासन ने सराहा है।