इंदौर। कोरोनावायरस (Coronavirus) काल में जब लोग अपने परिजनों और परिचितों की एक-एक सांस के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश के धार जिले में स्थित पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में एक अनूठा उदाहरण सामने आया है। ऑक्सीजन प्लांट को फिर शुरू करने में लोगों ने जिस तरह काम किया वह वाकई सराहनीय है।
दरअसल, पीथमपुर में ऑक्सीजन प्लांट (Pithampur Oxygen Plant) प्लांट तीन साल से बंद पड़ा हुआ था। इसी बीच, राज्य में कोरोना की स्थिति बिगड़ने के बाद ऑक्सीजन की कमी आ गई और लोग ऑक्सीसजन के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। तभी इस प्लांट को शुरुआत करने का प्रयास किया गया।
बताया जा रहा है कि इस प्लांट को शुरू करने के लिए करीब 90 दिन काम करना जरूरी था, लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए 150 लोगों ने लगातार 24 घंटे काम किया। एमसीएल ग्लोबल पीथमपुर के प्लांट हेड निर्मल कुमार तोमर ने बताया कि सबने मिलकर 90 दिन का काम सिर्फ 4 दिन में पूरा कर दिया।
बताया जा रहा है कि इस प्लांट से रोजाना 300 सिलेंडर मिलेंगे। इससे इंदौर समेत आसपास के इलाकों में ऑक्सीजन का दबाव कम होगा और अस्पतालों में भर्ती मरीजों के इलाज में आसानी होगी। बुधवार से प्रोडक्शन शुरू होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि ऑक्सीजन की शॉर्टेज के चलते इंदौर में गुजरात और झारखंड से ऑक्सीजन मंगाई जा रही है।