भोपाल। मध्यप्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई कमी नहीं होने जा रही है। सरकार की ओर से कर्मिशयल टैक्स विभाग ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि सेस की गणना को लेकर विसंगति थी जिसको दूर करने के लिए कैबिनेट की बैठक में एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव लाया गया था। इस प्रस्ताव के जरिए अंतर्विभागीय गणना की विसंगति को सुधारा किया जा रहा है और जिसके फलस्वरूप पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई कमी या वृद्धि नहीं होगी।
क्यों देनी पड़ी सफाई ?- प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कीमत को लेकर मंगलवार को हुई कैबिनेट की ब्रीफिंग के बाद एक बड़ी गलतफहमी फैल गई थी। शिवराज कैबिनेट की बैठक के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि कैबिनेट ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले सेस (उपकर) के ऊपर लगने वाले सेस (उपकर) को हटाने का फैसला किया है।
गृहमंत्री के इस बयान के बाद पेट्रोल और डीजल के दामों में भारी कमी होने की अफवाह फैल गई थी। सामान्य तौर पर पेट्रोल पर लगने वाले कुल सेस (करीब 4.00) और डीजल पर लगने वाले कुल सेस (1.50) की कमी की खबर सोशल मीडिया सहित अन्य प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों तक पहुंच गई।
'वेबदुनिया' ने कीमतों में कमी को लेकर जब डीजल-पेट्रोल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह से बात की तो उन्होंने इतने बड़े पैमाने पर दामों में किसी भी प्रकार की कमी की संभावना को भी सिरे से खारिज कर दिया। वहीं दूसरी ओर कर्मिशयल टैक्स विभाग ने पूरे मसले पर पहले चुप्पी साध ली। वहीं दामों में कमी को लेकर काफी हंगामा मचने के बाद हरकत में आई सरकार ने दामों में कोई कमी नहीं होने का स्पष्टीकरण जारी कर दिया।