इंदौर। तंत्र-मंत्र के जरिए गड़ा धन दिलाने के नाम पर यहां 14 वर्षीय एक लड़की से बार-बार दुष्कर्म और उसे अमानवीय यातनाएं दिए जाने के आरोप में पुलिस ने तांत्रिक समेत चार लोगों को को गिरफ्तार किया। इनमें दो महिलाएं शामिल हैं।
गांधी नगर थाना प्रभारी नीता डेरवाल ने बताया कि गहरे अंधविश्वास से जुड़े मामले में अजय सोनाने (23), उसकी मां सुनीता सोनाने (40) और युवक की दादी गीता सोनाने (65) को गिरफ्तार किया गया है। इनके अलावा, उखल्दा मानकर (65) नाम के एक तांत्रिक को भी धर दबोचा गया है।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों के दौरान अजय ने तंत्र-मंत्र के नाम पर नाबालिग लड़की से कई बार दुष्कर्म किया और उसे अमानवीय यातनाएं दीं। युवक की मां और दादी ने इस घिनौने अपराध में उसकी मदद की।
थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में बलात्कार, धमकाए जाने और अन्य आरोपों से जुड़ी भारतीय दंड विधान की सम्बद्ध धाराओं के साथ लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बच्चों के हितों में काम करने वाली गैर सरकारी संस्था ‘चाइल्डलाइन’ ने मामले का भंडाफोड़ करते हुए पीड़ित लड़की की मदद की। चाइल्डलाइन की स्थानीय इकाई के निदेशक वसीम इकबाल ने बताया कि लड़की के जन्म के समय उसके पैर मां की कोख से पहले बाहर आए थे। यह बात उसके पड़ोसी अजय के परिवार को पता थी।
इकबाल ने कहा कि अजय और उसके परिजनों ने लड़की के परिवार को कथित तौर पर यह कहकर झांसे में लिया कि पैरों की ओर से जन्म लेने की उसकी विलक्षण खूबी के कारण तंत्र-मंत्र के जरिए उससे गड़े धन का सुराग हासिल किया जा सकता है।'
उन्होंने कहा कि लड़की की काउंसलिंग के दौरान हमें पता चला कि तंत्र-मंत्र के नाम पर उसे नशीली दवा पिलाकर श्मशान और अन्य स्थानों पर उससे कई बार दुष्कर्म किया गया। उसे जलती अगरबत्ती से दागा जाता था और कील लगे चाबुक भी मारे जाते थे।
उन्होंने बताया कि लम्बे समय तक नशीली दवा दिए जाने के कारण अक्सर खोई-खोई रहने वाली लड़की को उसके परिवारवाले एक अन्य तांत्रिक उखल्दा मानकर के पास ले गए, जिसने बेड़ियों में जकड़कर उसे प्रताड़ित किया। हमारी टीम ने तीन दिन पहले लड़की को उसके चंगुल से छुड़ाया।
इकबाल ने यह भी बताया कि मामले का मुख्य आरोपी अजय कोई और नहीं, बल्कि लड़की का मुंहबोला भाई है और वह उसे राखी भी बांधती थी।