भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनाव साल में नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला शुरु हो गया है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बड़ा दावा किया है। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के कई नेता उनसे मुलाकात का समय मांग रहे है और कांग्रेस में आने को तैयार है। कमलनाथ ने कहा कि आज भी भाजपा के कई नेता मुझसे मिलने आए और पार्टी में शामिल होने को लेकर पूछा लेकिन मैंने स्पष्ट कर दिया कि मैं किसी से एकांत में या गुप्त रूप से नहीं मिलूंगा और सभी से खुले तौर पर सबके सामने मुलाकात करूंगा। कमलनाथ ने कहा कि जनता से जुड़े हुए नेता कभी छुपकर नहीं मिला करते वह खुले तौर पर मुलाकात करना चाहते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा कि प्रदेश के हर जिले से भाजपा के लोग उनके संपर्क में है। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का पूरा फोकस जमीन से जुड़े हुए और लोगों से जुड़े हुए जनाधार वाले नेताओं पर है। उन्होंने कहा कि इस बार का विधानसभा चुनाव जनता और भाजपा के बीच होगा। वहीं कमलनाथ ने कहा कि विधायकों के आने-जाने से उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
भाजपा का कमलनाथ पर पलटवार-वहीं भाजपा नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने के कमलनाथ के बयान पर भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि जब सत्ता की गद्दी से जब कुर्सी खिंच जाती है तो दर्द तो होता ही है और कमलनाथ को भी यही दर्द है। उन्होंने कहा कि जब से मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरी तब से कमलनाथ हर महीने मुख्यमंत्री बनने का सपना देखते आए है और प्रदेश की जनता ने उपचुनाव में कमलनाथ और कांग्रेस को आईना दिखा दिया। वीडी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ अपना घर संभाल नहीं पा रहे है और उन्हें अपना घर संभालना चाहिए और भाजपा की चिंता नहीं करना चाहिए।
वहीं वीडी शर्मा ने कमलनाथ के विधायकों की कोई कीमत नहीं होने वाले बयान पर कहा कि यह कमलनात का घमंड है कि वह विधायकों को कुछ नहीं समझते है। शायद वह भूल गए कि यह भारत का लोकतंत्र है और भारत के लोकतंत्र में यदि कोई ताकत है तो वह चुना हुआ सरपंच हो या पंच हो विधायक या सांसद हो। भारत के लोकतंत्र में जनता जिसको चुनकर भेजती है, उसी की कीमत होती है। आप पैसे के घमंड में चूर हो गए हैं, मदमस्त है, जो व्यक्ति चुनकर आता है, वही लोकतंत्र का सबसे बड़ा आधार होता है।