भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले राजधानी भोपाल का नाम बदलने की मांग फिर उठी है। राजधानी भोपाल के गौरव दिवस पर आयोजित कार्यक्रम मे मशूहर गायक और लेकर मनोज मुंतशिर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने की मांग की।
मनोज मुंतिशर ने कहा कि राजा भोज की नगरी का नाम भोपाल होना दोस्त मोहम्मद जैसे क्रूर शासक और हमीदुल्लाह जैसे आतंकी नवाब का बोध कराता है, इसीलिए इसका नाम बदलना चाहिए। मनोज मुंतशिर ने कहा कि ये दोस्त मोहम्मद जैसे लुटेरे और नवाब हमीदुल्लाह जैसे आतंकी का नगर नहीं है। ये राजा भोज का नगर है। राजा भोज शिव के उपासक थे और आज भी मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार है। ऐसे में अभी शिव के राज में भोपाल का नाम भोज पाल नहीं होगा तो कब होगा। ये मेरी नहीं मेरे भोपाल के साथियों की मांग है।
इसके साथ मनोज मुंतिशर ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुलामी के प्रतीक गिरा दिए। इस्लामनगर फिर से जगदीशपुर हो गया। नसरूल्लागंज फिर से भैरूंदा और हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति हो गया।
भोपाल गौरव दिवस के कार्यक्रम में गीतकार मनोज मुंतिशर ने पिछले दिनों संसद के उद्घाटन कार्यक्रम का विपक्षी दलों के बहिष्कार पर बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई संसद वास्तु के हिसाब से बनवाई है। वास्तु के हिसाब से इस संसद के बनने का फायदा यह हुआ कि पहले दिन ही आसुरी शक्तियां इससे बाहर हो गई।
भोपाल का नाम बदलने की पहले भी हो चुकी है मांग-राजधानी भोपाल का नाम भोजपाल करने की मांग पहले भी हो चुकी है। भोपाल में प्रवचन करने आए रामभद्राचार्य ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भोपाल का नाम भोजपाल करने की मांग की थी। भोपाल का नाम भोजपाल करने की मांग करते हुए रामभद्रचार्य ने कहा था कि जब तक भोपाल का नाम भोजपाल नहीं होगा वहीं भोपाल में कथा करने नहीं आएंगे।