भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज कैबिनेट के नए मंत्रियों का अभी अपने विभाग के लिए और इंतजार करना होगा। दो दिन बाद दिल्ली से भोपाल लौटे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विभागों के बंटवारे से पहले आज भी और वर्कआउट करूंगा उसके बाद विभागों का बंटवारा करूंगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह बयान इस बात का साफ संकेत हैं कि अभी विभागों को लेकर पार्टी के अंदर आम सहमति नहीं बन पाई है।
गौरतलब हैं कि प्रदेश में 2 जुलाई को शिवराज कैबिनेट का बहुप्रतिक्षित विस्तार के बाद अब तक मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है। विभागों के बंटवारे में देरी की वजह विभागों को लेकर आम सहमति नहीं बन पाना बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान कई केंद्रीय नेताओं से भी मुलाकात की है।
इस बीच सोमवार रात मध्यप्रदेश भाजपा प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात की थी। बताया जा रहा हैं कि विभागों के बंटवारे को लेकर पेंच इस बात को लेकर फंसा है कि ऐसे विभाग जो सीधे लोगों से जुड़े है उसको किसको दिया जाए इस पर अंतिम सहमति नहीं बन पाई है। सिंधिया खेमे के उन विभागों पर अपनी दावेदारी कर दी है जो उनके पास पिछली सरकार में थे।
शिवराज कैबिनेट के विस्तार में कांग्रेस से भाजपा में आए 11 लोगों को मंत्री बनाने के साथ कुल 28 लोगों को मंत्री बनाया गया था।