भोपाल। मध्यप्रदेश में पेट्रोल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद अब प्रदेश पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने सरकार से टैक्स कम करने की मांग की है। गुरुवार को राजधानी भोपाल में पेट्रोल की कीमत 93 रुपए प्रति लीटर पार होने के बाद अब पेट्रोल पंप संचालकों ने केंद्र और राज्य सरकार से कीमतों का कम करने के लिए सीधे दखल देने की अपील की है।
वेबदुनिया से बातचीत में मध्यप्रदेश पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह कहते हैं कि गुरुवार को भोपाल में पेट्रोल की कीमत 93.04 रुपए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। इसके बाद अब लोगों को महंगे पेट्रोल से राहत देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार को आगे आकर कदम उठाना चाहिए। पेट्रोल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचाने का कारण बताते हुए अजय सिंह कहते हैं कि केंद्र और राज्य सरकारों ने कोरोना के नाम पर पिछले एक साल में पेट्रोल पर 12 से 13 रुपए बढाए है।
देश में कोरोना महामारी की शुरुआत होते ही पिछले मार्च-अप्रैल में केंद्र सरकार ने कोविड के खर्च को पूरा करने के लिए एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी थी जिसके चलते पेट्रोल के दाम 6-7 रुपए प्रति लीटर बढ़ गए थे। इसके बाद प्रदेश सरकार ने कोविड-19 में आने वाले खर्च को पूरा करने के लिए दो बार में ढाई-ढाई रुपए प्रति लीटर दाम बढ़ा दिए। अगर दोनों को जोड़कर देखा जाए तो केंद्र और राज्य सरकार ने एक साल में 12 से 13 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी कर दी थी।
वेबदुनिया के जरिए अजय सिंह केंद्र और राज्य सरकार का ध्यान इस ओर दिलाते हुए अपील करते है कि अब जब कोविड का संक्रमण कम हो गया है और सरकार का कोविड पर खर्चा कम होता जा रहा है तब केंद्र और राज्य दोनों ही 2-2 रूपए प्रति लीटर की कमी करें जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिले। एसोसिशन ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया तो वह आंदोलन को मजबूर होंगे।