श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में सूखे के चलते अधिकारियों ने फसल को बचाने के लिए राजस्थान से पानी मांगा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने सूखती खरीफ फसलों के लिए राजस्थान के कोटा बैराज से मध्यप्रदेश को सिंचाई के लिए पानी देने की मांग राजस्थान के अधिकारियों से की है।
विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि चंबल के आसपास के श्योपुर, मुरैना और भिंड जिलों को सिंचाई के लिए पानी देने वाले गांधीसागर बांध से रबी की मुख्य फसलों को नहर से पानी दिया जाता है, लेकिन इस वर्ष श्योपुर में 822 मिलीमीटर औसत वर्षा के मुकाबले मात्र 250 मिलीमीटर वर्षा होने से खरीफ की धान, सोयाबीन, उड़द आदि हजारों हैक्टेयर फसलों पर श्योपुर सहित मुरैना आदि जिलों में सूखे की स्थिति आ गई है।
उन्होंने बताया कि बुधवार देर शाम मध्यप्रदेश के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान के कोटा में पदस्थ जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता जितेन्द्र लुहाड़िया को मध्यप्रदेश का मांगपत्र सौंपा है।
मांगपत्र में अनुरोध किया गया है कि 25 या 26 अगस्त से कोटा बैराज से चंबल नदी में व्यर्थ छोड़े जाने वाले पानी को चंबल नहर में दे दिया जाए जिससे कि किसानों की सूखती फसल को लाभ मिल सके। राजस्थान ने इस पर उच्च स्तर पर विचार कर आगे कार्यवाही की बात कही है। (वार्ता)