नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण मामले में नाराज CM शिवराज, DGP से बोले सफेदपोश किसी भी कीमत पर नहीं बचे
मुख्य आरोपी पत्रकार प्यारे मियां की अधिमान्यता निरस्त, खाली कराया जाएगा सरकारी बंगला
भोपाल। राजधानी भोपाल में नाबलिगों के साथ यौन शोषण के मामले का सनसनीखेज खुलासा होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। मंत्रालय में कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने घटना में शामिल किसी को नहीं छोड़ने और मुख्य आरोपी प्यारे मियां को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने पत्रकारिता के नाम पर गलत और अनैतिक कार्यो में संलिप्त प्यारे मियां के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए सरकारी मकान खाली कराने और अधिमान्यता समाप्त करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों के विरूद्ध अपराध करने वाले पूरी मानवता के दुश्मन है, मैं उन्हें छोडूंगा नहीं। बैठक में उन्होंने डीजीपी को निर्देश देते हुए कहा कि आरोपी किसी भी कीमत पर बचना नहीं चाहिए,बहुत ही गंभीर मामला है, सफेदपोश लोग इस तरह की हरकत करते है।
क्या है पूरा मामला – राजधानी भोपाल के पॉश इलाके शाहपुरा में नाबलिग लड़कियों से सामूहिक यौन शोषण का सनसनीखेज मामले का खुलासा उस वक्त हुआ था तब पुलिस ने शराब के नशे में इन नाबलिग लड़कियों को रातीबड़ इलाके से शनिवार देर रात पकड़ा था। रातीबड़ पुलिस के मुताबिक नाबलिगों को पार्टी के नाम पर शाहपुरा स्थित एक फ्लैट में ले जाया गया था जहां उनका यौन शोषण भी किया गया।
पार्टी के बाद नशे में नाबलिग लड़कियां घर लौटने के दौरान रास्ता भटक गई है और रातीबड़ इलाके की तरफ जाने लगी। इस दौरान पुलिस की टीम ने जब इनको रोककर पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। हाईप्रोफाइल यौन शोषण के मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने तेजी दिखाते हुए मुख्य आरोपी प्यारे मियां और उसकी सहयोगी स्वीटी के खिलाफ बलात्कार, यौन शोषण औऱ पास्को एक्ट में केस दर्ज कर स्वीटी को गिफ्तार कर लिया। वहीं पूरे मामले में मुख्य आरोपी प्यारे मियां जो राजधानी से एक उर्दू दैनिक का प्रकाशन भी करता है अब भी फरार है।
बताया जा रहा है कि यौन शोषण के इस मामले में पुलिस की जांच में आने वाले समय कई बड़े रसूखदारों के नामों का खुलासा हो सकता है। हाईप्रोफाइल रैकेट का संचालन करने वाला मुख्य आरोपी प्यारे मियां और उसकी सहयोगी स्वीटी नाबलिग लड़कियों को रसूखदारों की पार्टी में भेजती थी जहां उनका यौन शोषण और उनके साथ दुष्कर्म किया जाता था। प्यारे मियां पत्रकारिता की आड़ और अपनी पहुंच का हवाला देकर रसूखदारों का शिकार बनाने वाली लड़कियों को पैसा देकर चुप कर देता था।