भोपाल। मध्यप्रदेश में सीडी की सियासत में अब नया मोड आ गया है। सतना में भाजपा नेताओं की अश्लील सीडी होने का दावा करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अब अपने बयान से पलट गए है। आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि उनके इस तरह की कोई भी सीडी या पेनड्राइव नहीं है।
मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि तीन-चार पुलिस अधिकारी मेरे पास आए और उन्होंने अपने लैपटॉप में एक मिनट की फिल्म दिखाई थी। इस पर मैंने उन्हें तत्काल चेक करने के निर्देश दिए थे कि यह सहीं या नहीं है। पेनड्राइव रखना ही नहीं चाहता था, पेनड्राइव रखकर करता क्या, मैं ऐसा कुछ नहीं चाहता था जिससे प्रदेश की बदनामी होती। आजकल कोई भी किसी भी प्रकार की पेनड्राइव बना लेता है,इस विषय में गंभीरतापूर्वक जांच के आदेश दिए थे।
वहीं कमलनाथ से जब पूछा गया कि नेता प्रतिपक्ष ड़ॉ. गोविंद सिंह सीडी होने का दावा कर रहे है तब कमलनाथ ने कहा कि गोविंद सिंह को भाजपा वालों ने दी होगी। कमलनाथ ने साफ कहा कि पुलिस के अधिकारियों ने लैपटॉप में दिखाई थी उन्होंने मुझे पेनड्राइव नहीं दी थी। पेनड्राइव पुलिस के पास है।
क्या है पूरा मामला?-गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानसभा ने नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने मीडिया से चर्चा में भाजपा के कई मंत्रियों और विधायकों के साथ आरएसएस के कई नेताओं की अश्लील सीडी खुद के पास होने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि हनी ट्रैप की सीडी हमारे पास रखी है और सीडी बहुत ही अश्लील हैं। इसके बाद सतना में मीडिया से बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने उनके पास भी भाजपा नेताओं की अश्लील सीडी होने का दावा किया था और कहा था कि अगर सीडी को सामने लाया जाता तो प्रदेश की बदनामी होती है। मैं नहीं चाहता था कि मध्यप्रदेश की बदनामी हो और मध्य प्रदेश की छवि देश और दुनिया के सामने खराब हो।
क्यों पलटे कमलनाथ?- पहले खुद के पास भाजपा नेताओं की अश्लील सीडी होने का दावा करने वाले कमलनाथ का अपने बयान से पलटने का बड़ा कारण एसआईटी की ओऱ से उनको नोटिस मिलना बताया जा रहा है। कमलनाथ के बयान के बाद पूरे मामले की जांच कर रही एसआईटी ने कमलनाथ को नोटिस जारी जांच में सहयोग के लिए सबूत उपलब्ध कराने की मांग की थी। एसआईटी के जांच अधिकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को सीडी और पेनड्राइव हासिल करने के लिए नोटिस दिया गया था।