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गोवर्धन पूजा हमारी संस्कृति का प्रतीक, बोले CM डॉ. मोहन यादव, दुग्ध उत्पादन बढ़ाना सरकार का लक्ष्य

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विकास सिंह

, शनिवार, 2 नवंबर 2024 (12:24 IST)
भोपाल। गोवर्धन पूजा के अवसर पर आज मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास स्थित गौशाला और राजधानी के रविंद्र भवन में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में गोवर्धन पूजा की। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने विधि विधान पूर्वक मंत्र उच्चारण के साथ पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संपूर्ण प्रदेश में गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिसका उद्देश्य पुरातन परंपरा और संस्कृति से नागरिकों को जोड़ने का प्रयास है।

मुख्ययमंत्री ने कहा कि कृषि प्रधान देश और मध्यप्रदेश में कृषि की आय के साथ पशुपालन कर दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। अभी प्रदेश की दुग्ध उत्पादन क्षमता 9 फीसदी है, इसको बढ़ाकर 20 फीसदी करना सरकार का लक्ष्य है। इसके लिए नेशनल डेवलपमेंट डेयर बोर्ड के माध्यम से दुग्ध उत्पादन की क्षमता बढ़ान के साथ सरकार बोनस देकर दुग्ध उत्पादन बढ़ाने में तत्पर है।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश पहली बार गोवर्धन पूजा का कार्यक्रम सरकारी स्तर पर मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ यादव राजधानी में और सरकार के मंत्री और सांसद-विधायक प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर अनेक गौशाला में आयोजित गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम में शामिल हो रहे है।
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इसके पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार को गोवर्धन पूजा के पर्व पर ग्रामोद्योग विकास मंडल द्वारा संचालित श्री तिलकेश्वर गौ-सेवा सदन पहुंचे। यहाँ वे अनाज एवं तिलहन व्यापारी संघ के द्वारा आयोजित गोवर्धन पूजा और दिवाली मिलन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सर्वप्रथम गोवर्धन पूजा कर गौ-माता की पूजा की तथा उन्हें 56 प्रकार का भोग चारे में मिलाकर खिलाया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने तिलकेश्वर महादेव का पूजन-अर्चन किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि अवंतिका की इस पावन धरती पर परमात्मा की विशेष कृपा है। यहां तिल भर भी जमीन बाकी नहीं है, जहां धर्म की सत्ता नहीं है। पूरे साल हम लोग त्यौहार मनाते रहें, परमात्मा की कृपा हम सब पर बनी रहे। घनघोर अंधकार के बीच दीप का एक प्रकाश ही दिपावली है। यह उजाला देती है, प्रकाश देती है, हिम्मत देती है, ऊष्मा देती है, ऊर्जा देती है और लगातार आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। मुख्यमंत्री ने सभी को दिवाली की शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जन्म से लेकर मृत्यु तक लगातार उत्सव और पर्व के आयोजन के लिए हमारी भारतीय संस्कृति जानी जाती है। इसी के साथ जीने के लिए लगातार ललक बढ़ती है। जीवन में कितने ही कष्ट हों लेकिन उनके बीच रोज हमें मुस्कुराने को मिलता है। जब हम प्रकृति के साथ जुड़ते हैं, परमात्मा के साथ जुड़ते हैं, गौ-माता के साथ जुड़ते हैं तो हमें आनंद प्राप्त होता है। गौ-माता में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है। इनकी पूजा और सेवा करके हम अपना जीवन सफल बनाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ-माता अपने आंचल से हमको जीवन देती है यह प्रकृति के समान हमको जीना सिखाती है। यह हमको भी पालती है,अपने बच्चों को भी पालती है। हमें दूध देती है। हमारी संस्कृति की विशेषता है कि हम सबको नमस्कार करते हैं। हमें अपने देशी गौ-वंश की रक्षा करनी चाहिए। हमारे सारे तीज त्यौहार समाज को जोड़ने का काम करते हैं। जमुना जी के किनारे भगवान कृष्ण का भी मंदिर बनाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में दो से तीन गौ-शालाएं बनाई जाएंगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नगर निगम द्वारा 5000 गायों की क्षमता वाली गौ-शाला उज्जैन में बनाई जाएगी। तिलकेश्वर महादेव सिंहस्थ क्षेत्र का प्रमुख मंदिर है, जिसका जीर्णोद्धार किया जाएगा, साथ ही यहां की गौ-शाला का भी विकास किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वीर दुर्गादास की छतरी के पास ब्रिज बनाया जाएगा। मुल्लापुरा से लेकर चंदू खेड़ी तक सिक्स लेन रोड़ बनाया जाएगा। कालिदास उद्यान से काल भैरव मंदिर तक फोर-लेन किया जाएगा।
 

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