भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश एवं बाढ़ से हालात गंभीर हो गए है। प्रदेश के शिवपुरी, श्योपुर,दतिया और ग्वालियर के 1100 से अधिक गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। अब तक बाढ़ प्रभावित इलाकों से 1600 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
संभाव के शिवपुरी और श्योपुर जिले में हालात गंभीर बने हुए हैं और इन दो जिलों के 200 से अधिक गांव बाढ़ में डूब गए है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में पीड़ितों को एयरलिफ्ट करने के लिए वायुसेना के 5 हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं। भारी बारिश और बाढ़ से शिवपुरी में 2, भिंड और मुरैना में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
श्योपर में बाढ़ में फंसे 600 से अधिक लोग- श्योपुर के सिलवाड़ी में 400, हर्रई में 200, बेरखेड़ी में 25 लोग बाढ़ में फंसे हैं। श्योपुर कलेक्टर के मुताबिक पोहरी और कोलारस क्षेत्र में बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है। जिले के डोंगर, बिछी गांव में जान बचाने के लिए पेड़ पर फंसे लोगों को निकालने के लिए NDRF और SDRF की ओर से बोट ऑपरेशन किया जा रहा है वहीं लखनऊ से एक और एनडीआरएफ की टीम श्योपुर पहुँच रही है।
मनीखेड़ा डैम के 10 गेट खोले- वहीं शिवपुरी में बीते 48 घंटे में 798 मिमी और 24 घंटे में 470 मिमी बारिश दर्ज की गई है। लगातार भारी बारिश से मनीखेड़ा डैम के 10 गेट खोल दिए गए है। जिले के 22 गांवों में बाढ़ के पानी में फंसे 100 से अधिक लोगों का रेस्कयू किया गया है।
दतिया में हरसी डैम टूटने की खबर अफवाह-वहीं दतिया में भी कई गांव बाढ़ की चपेट में आए गए है। जिले के हिनोतिया, बड़ौद कला के गांव बाढ़ की चपेट में है। जिले के ओरिना मंदिर में 2 पुजारी महुअर नदी की बाढ़ में फंस गए है जिन्हें निकालने के लिए वोट ऑपरेशन चलाया जा रहा है।दतिया कलेक्टर के मुताबिक 6 गांव पानी में डूब गए है। वहीं आज दतिया में हरसी बांध टूटने की अफवाह फैल गई है।
बांध टूटन की अफवाह को खुद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने खंडन करते हुए कहा कि दतिया में हरसी डैम सुरक्षित है और इसके टूटने की खबर महज अफवाह है। जानकारी में आया है कि बांध के टूटने की अफवाह फैलने से कई लोग लखेश्वरी माता मंदिर की पहाड़ी पर चढ़ गए हैं। लोगों से अपील है कि किसी तरह की अफवाह में न आएं। सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव को लेकर सतर्क है।
ग्वालियर में भी बाढ़- वहीं ग्वालियर में बाढ़ के पानी में फंसी एक यात्री बस का रेस्क्यू एनडीआरएफ के जवानों ने किया है। वहीं जिले के मोहना, करैया गांव में बाढ़ में फंसे लोगों का भी लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। वहीं मौसम खराब होने के चलते वायुसेना के रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं शुरु हो सका है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में शिवपुरी, श्योपुर, निवाड़ी, अशोकनगर, गुना में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ दतिया, मुरैना, भिंड, ग्वालियर एवं आगर मालवा जिलों को भी भारी बारिश और बाढ़ को लेकर अलर्ट किया गया है।