Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

भोपाल के मंदिरों के लिए लागू ड्रेस कोड, शॉर्ट्स और छोटे कपड़े पहनकर आने पर लगी रोक

हमें फॉलो करें भोपाल के मंदिरों के लिए लागू ड्रेस कोड, शॉर्ट्स और छोटे कपड़े पहनकर आने पर लगी रोक
webdunia

विकास सिंह

, मंगलवार, 20 जून 2023 (14:45 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी साल में जहां एक ओर हिंदुत्व का मुद्दा जोर पकड़ रहा है, वहीं लगातार ऐसी घटनाएं हो रही है जो हिंदुत्व के मुद्दें को औऱ धार दे रही है। राजधानी भोपाल में मंदिरों के लिए लिए भक्तों के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया है। मंदिरों के बाहर लगे बड़े बोर्ड लगाकर ड्रेस कोड की जानकारी दी है।

शहर के कई मंदिर समितियों ने मंदिरों के बाहर बैनर पोस्टर लगा कर लिख दिया है कि यहां छोटे कपड़े पहनकर न आएं। यानि मंदिरों में आने वाले लोगों के फ्रॉक और शॉर्ट्स सब पर बैन रहेगा। राजधानी के हिंदू संगठनों ने मंदिर आने वाले भक्तों के लिए तय कर दिया है कि वह क्या पहनकर मंदिर में प्रवेश करेंगे।
 
webdunia

भोपाल के दिगंबर जैन मंदिर और आदर्श नव दुर्गा मंदिर में जो ड्रैस कोड लागू हुआ है उसके मुताबिक शॉर्ट्स, हाफ पेंट, नाइट ड्रेस, फ्रॉक, जींस, कटा हुआ पैंट या जींस और छोटे कपड़े पहन कर मंदिर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिर पर लगे पोस्टर्स में स्पष्ट उल्लेख है कि केवल भारतीय पारंपरिक परिधान और पूरे कपड़े पहने हुए व्यक्तियों को ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा.महिला और पुरुष दोनों श्रद्धालुओं के लिए ये ड्रेस कोड लागू रहेगा।

राजधानी मंदिर में ड्रेस कोड लागू करने की पहल करने वाले संगठन संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी के मुताबिक मंदिरों में मर्यादित वस्त्र ही पहनकर प्रवेश करने और छोटे वस्त्र हाफ पेंट मिनी स्कर्ट नाइट सूट पहनकर आने पर प्रवेश निषेध रहने के बोर्ड लगाए गए है। उन्होंने कहा कि सभी सनातन धर्मियों से इस व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग की अपेक्षा की गई है।

चंद्रशेखर तिवारी ने भोपाल के साथ पूरे देश के सभी तीर्थ स्थल और धर्म स्थलों पर भी इस प्रकार के ड्रेस कोड लागू करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब हर स्थान का अपना एक ड्रेस कोड होता है तो मंदिरों में सनातन धर्मी अपनी सभ्यता और अपने संस्कार के अनुसार शालीन वस्त्रों में प्रवेश करेंगे तो मंदिर की भी मर्यादा रहेगी और भारत की संस्कृति और सभ्यता को किसी भी प्रकार की ठेस नहीं पहुंचेगी।
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

अमरनाथ यात्रा को लेकर वायुसेना अलर्ट, निभाएगी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां